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36 साल से फर्जी नाम पर नौकरी कर रहा था शख्स, 31 दिसंबर को हो जाएगा रिटायर

गोरखपुर के जिलाधिकारी ने फर्जी नाम से नौकरी करने वाले व्यक्ति रवि प्रकाश चतुर्वेदी के खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच के बाद 6 दिसंबर को ही शासन को रिपोर्ट भेज दी थी, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई.

गोरखपुर में 36 साल से फर्जी नाम से नौकरी करने वाला अब 31 दिसंबर को रिटायर होने वाला है. इस मामले में गोरखपुर के जिलाधिकारी ने फर्जी नाम से नौकरी करने वाले व्यक्ति रवि प्रकाश चतुर्वेदी के खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच के बाद 6 दिसंबर को ही शासन को रिपोर्ट भेज दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

दरअसल, गोरखपुर समाज कल्याण विभाग में तैनात आरोपी बड़े बाबू रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने पद पर 36 साल की नौकरी को पूरी कर लिया और अब इसी महीने में वह रिटायर होने वाला है. रवि प्रकाश चतुर्वेदी जिस दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहा है वह उसके गांव का ही पड़ोसी है और उसका नाम रवि प्रकाश मिश्रा है.

इस बात की शिकायत रवि प्रकाश मिश्र ने की थी. उनकी शिकायत के मुताबिक, उनके नाम पर रवि प्रकाश चतुर्वेदी नौकरी कर रहे हैं. इसके बाद जिलाधिकारी ने तत्काल मजिस्ट्रियल टीम गठित कर जांच का आदेश दिया.

इस जांच में पाया गया कि 4 फरवरी 1985 को रवि प्रकाश मिश्रा के नाम से नियुक्ति पत्र जारी हुआ, तभी से मिश्रा के नाम पर रवि प्रकाश चतुर्वेदी नौकरी कर रहा है. इस मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रियल जांच कराकर 6 दिसंबर को ही शासन को रिपोर्ट भेज दी है.

इसके बाद अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. अब 36 साल से रवि प्रकाश मिश्रा नाम से नौकरी करने वाला रवि प्रकाश चतुर्वेदी 31 दिसंबर को रिटायर हो रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री के शहर के जिलाधिकारी की रिपोर्ट को शासन ने इतने हल्के में क्यों लिया?