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रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया, डरते हैं सारे देश, बोले यूक्रेन के राष्ट्रपति

रूस के हमले के बाद यूक्रेन में संकट बढ़ गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि हमारे देश के 137 लोग अब तक मारे जा चुके हैं. साथ ही कहा कि रूस की इस हरकत को कभी माफ नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने पूर्ण सैन्य लामबंदी के भी आदेश दिए.

रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई है. इससे हालात अब भयावह हो गए हैं. चारों ओर खौफ का मंजर है. रूसी सेना ताबड़तोड़ हमले कर रही है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensk) का एक भावुक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि रूसी हमले में अब तक 137 नागरिक और सैन्यकर्मियों को खो दिया है. जबकि करीब 316 लोग घायल हो गए हैं. राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि हमें इस जंग में रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है. मुझे तो यूक्रेन की सहायता के लिए कोई भी नजर नहीं आता. सारे देश डरते हैं.

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी हमले में हमारे देश के जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, वह किसी योद्धा से कम नहीं है. उन्होंने बहादुरी से लड़ते हुए मौत को गले लगाया है. साथ ही कहा कि रूस की ये हरकत काफी गलत है.

रूस की हरकत माफ नहीं होगी

जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने पहले दावा किया था कि वह सिर्फ सैन्य ठिकानों पर ही हमला करेगा, लेकिन रूसी सेना और जंगी जहाज रिहाइशी इलाकों को भी निशाना बना रहे हैं. ज़ेलेंस्की ने कहा कि वे (रूस) लोगों को मार रहे हैं. शांत शहरों को सैन्य ठिकानों में बदल रहे हैं. यह गलत है और इसे कभी माफ नहीं किया जाएगा.

लोगों से सतर्क रहने की अपील

राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ओडेसा द्वीप पर सभी सीमा रक्षक मारे जा चुके हैं. इस द्वीप पर रूसी सैनिकों का कब्जा हो गया है. उन्होंने देश की राजधानी कीव में रह रहे लोगों से अपील की है कि वह काफी सतर्क रहें.

संकट से गुजर रहा देश

इसी दौरान राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि हमारे साथ लड़ने के लिए कौन खड़ा है. यूक्रेन को नाटो सदस्यता की गारंटी देने के लिए कौन तैयार है. हमारे लोग मारे जा रहे हैं. देश संकट के दौर से गुजर रहा है.

बाइडेन ने खड़े किए हाथ

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी युद्ध में यूक्रेन की मदद को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. बाइडेन ने एक बार फिर साफ कर दिया कि वे यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेजेंगे. हालांकि, बाइडेन ने कहा कि वे नाटो देशों की इंचभर भी जमीन की रक्षा करेंगे. इतना ही नहीं बाइडेन ने यह भी कहा कि उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की कोई योजना नहीं है.

बाइडेन बोले-पुतिन से बात करने का प्लान नहीं

बाइडेन ने कहा कि हम G-7 देश मिलकर रूस को जवाब देंगे. VTB समेत रूस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे. बाइडेन ने कहा, रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है. वह पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं. मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षा उस जगह के बिल्कुल विपरीत हैं, जहां इस समय हम हैं.