भोपाल | राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुकी है, यात्रा के हिंदी पट्टी में पहुंचने पर प्रियंका गांधी और सचिन पायलट स कई नेता शामिल हुए. प्रियंका के साथ पायलट के पहुंचते ही अशोक गहलोत ने उन्हें ‘गद्दार’ करार दिया, जिसने राजस्थान की राजनीति गरमा दी है, वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी रहे नरेंद्र सलूजा आज बीजेपी में शामिल गए.
कमलनाथ के मीडिया कॉर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा को हाल ही में पद से हटाया गया था. ये पूरा मामला इंदौर के खालसा कॉलेज में गुरु नानकजयंती के अवसर पर कमलनाथ के जाने का है, जिसको लेकर वहां विवाद हुआ था, उसके बाद इंदौर के रहने वाले नरेंद्र सलूजा को उनके पद से मुक्त कर दिया गया था. नरेंद्र सलूजा को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम कार्यालय में बीजेपी की सदस्यता दिलाई. सलूजा को कमलनाथ के करीबी नेताओं में गिना जाता था.
25 नवंबर 2022 कुछ मीडिया संस्थानों में इस तरह की खबर चल रही है कि नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर अन्य पार्टी जॉइन कर ली है। तथ्यात्मक स्थिति यह है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण नरेंद्र सलूजा को 13 नवंबर 2022 को ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
मीडिया विभाग ओर से जारी बयान में कहा गया कि श्री नरेंद्र सलूजा लगातार दूसरी पार्टी के संपर्क में थे और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। उनकी इन गतिविधियों की सूचना प्राप्त होने के बाद उन्हें 13 नवंबर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करना चाहती है कि पार्टी में प्रतिबद्ध और अनुशासित कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान है, लेकिन अनुशासनहीनता और गद्दारी करने वाले व्यक्तियों के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है। पार्टी से निकाले गए गद्दार वहां जा सकते हैं? जहां जाने के बाद सार्वजनिक मंच से उन्हें विभीषण कहा जाता है।