सिंधिया के ट्वीट पर राहुल गांधी ने एक दिन बाद जवाब दिया है। उन्होंने सोमवार को यह कहकर लताड़ लगाई कि अब उन कांग्रेस नेताओं पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए जो ‘बिके हुए’ हैं।
कभी कांग्रेस के साथी रहे और अब भाजपा के हो चुके केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में पहुंची भारत जोड़ो यात्रा के लिए ‘स्वागत’ ट्वीट किया था। सिंधिया के ट्वीट पर राहुल गांधी ने एक दिन बाद जवाब दिया है। उन्होंने सोमवार को यह कहकर लताड़ लगाई कि अब उन कांग्रेस नेताओं पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए जो ‘बिके हुए’ हैं।
राहुल गांधी की यह टिप्पणी एक संवाददाता सम्मेलन में आई जब उनसे पूछा गया कि क्या मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने वालों के लिए दरवाजे खुले रहेंगे? यात्रा के उज्जैन पहुंचने से एक दिन पहले राहुल ने कहा, “यह सवाल कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के मध्य प्रदेश नेतृत्व से पूछा जाना चाहिए। मेरी राय है कि जिन्हें पैसे के लिए खरीदा गया है, उन पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।”
ऐसा माना जा रहा है कि राहुल ने यह टिप्पणी कभी अपने करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए किया है। सिंधिया ने कांग्रेस के खिलाफ बगावत की थी और कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए कई विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। सिंधिया की शिकायत थी कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया, जबकि कमलनाथ अपने में सत्ता केंद्रित कर रहे थे।
अमेठी से लड़ेंगे चुनाव? राहुल का जवाब
यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर से अमेठी से चुनाव लड़ेंगे, जहां वह 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे, राहुल गांधी ने कहा कि ये सभी यात्रा के मुख्य विचार से “विचलन” करने के प्रयास हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मीडिया को कोई हेडलाइन नहीं देना चाहता क्योंकि फिलहाल मेरा ध्यान यात्रा पर है। आप चाहते हैं कि कल अखबार कहें कि या तो राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं या राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। लेकिन मैं चाहता हूं कि समाचार पत्र भारत जोड़ो यात्रा के पीछे के विचार और दर्शन के बारे में लिखे।