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अन्ना हजारे ने लोकपाल की ही तर्ज पर लोकायुक्त नियुक्त करने का सुझाव दिया था। महाराष्ट्र में शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले कैबिनेट की बैठख हुई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, हम सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ चलाएंगे। महाराष्ट्र को भ्रष्टाचार मुक्त करेंगे। इसीलिए राज्य में लोकायुक्त कानून लागू करने का विचार किया गया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, अन्ना हजारे की मांग थी कि महाराष्ट्र में लोकपाल कानून लागू किया जाए। इसीलिए उनकी ही अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई थी। क्या है लोकायुक्त लोकायुक्त एक पांच सदस्यों की टीम होगी जिसमें हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। डिप्टी सीएम ने कहा, हम भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए नया लोकपाल कानून बना रहे हैं। पांच महीने के अंदर ही सरकार का यह बड़ा कदम होगा। लोकायुक्त एक शीर्ष संवैधानिक संस्था होगी जो कि सरकार औऱ प्रशासन के बारे में लोगों की शिकायतें सुनेगी। जब बिल पास हो जाएगा तो राज्यपाल बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और विपक्ष के नेता से सलाह करके लोकायुक्त की नियुक्ति करेंगे। महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य था जो 1971 में ही महाराष्ट्र उपलाकायुक्त और लोकायुक्त कानून लाया था।

सतना विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखा है। खबर है कि कर्नाटक और त्रिपुरा के भी नाखुश नेताओं ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व तक अपनी बात पहुंचा दी है।

गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत का सहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश इकाई को पहनाया था। उन्होंने गुजरात भाजपा के प्रमुख सीआर पाटिल की जमकर तारीफ की थी। अब खबर है कि हाल ही में हुई पार्टी बैठक के दौरान अन्य राज्यों में गुजरात के संगठन का मॉडल लागू करने की बात ने कई नाराज नेताओं को एक उम्मीद दी है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक जैसे राज्यों में नेता प्रदेश नेतृत्व के काम करने के तरीकों से खुश नहीं हैं।

सतना विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखा है। खबर है कि कर्नाटक और त्रिपुरा के भी नाखुश नेताओं ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व तक अपनी बात पहुंचा दी है। इसके अलावा अटकलें लगाई जा रही हैं कि केवल एमपी ही नहीं, पार्टी हरियाणा में कमान बदलने की तैयारी कर रही है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के कम से कम तीन नेताओं ने माना है कि पीएम की बात ने चुनाव की तैयारियों में बदलाव की मांग कर रहे नेताओं को नई रफ्तार दे दी है। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि बदलाव के लिए ‘दबी हुई आवाज’ को कई राज्यों में नया जीवन मिल गया है।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘यह सच है कि गुजरात जैसे उपायों के आह्वान ने ऐसे कई राज्यों के शीर्ष नेतृत्व में डर, आशंकाएं पैदा कर दी हैं, जहां पार्टी के वर्ग की तरफ से बदलाव की मांग उठाई जा रही थी। लेकिन मॉडल काम से मोदी जी का मतलब संगठन के सिस्टम को मजबूत करने, बूथ पर ध्यान लगाने और केंद्रीय कार्यक्रमों के बारे में अलग-अलग वर्गों तक पहुंच के लिए आयोजन है।’

पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ‘उनकी तरफ से संबोधित की गई इस महीने हुई पदाधिकारियों की बैठक में पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भाजपा को बगैर किसी को अछूत माने हर वर्ग तक पहुंचना होगा। उन्होंने उन्हें लोगों के हर वर्ग तक पहुंचने, उनके साथ समय बिताने और सामने फैक्ट्स रखने के लिए कहा है, ताकि जो भी बात से संतुष्ट हो, वह समर्थन कर सके।’

गुजरात भाजपा से खुश हैं पीएम मोदी
रिपोर्ट में पार्टी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि पीएम मोदी गुजरात भाजपा की तरफ से किए गए आउटरीच प्रोग्राम से काफी प्रभावित हैं। सितंबर 2021 में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत के साथ ही भाजपा ने गुजरात सरकार को पूरी तरह बदल दिया था। उस दौरान विजय रुपाणी को हटाकर कमान भूपेंद्र पटेल को सौंपी गई थी। पटेल ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली है।