कारोबार

51% रिलाइंस की लोटस चॉकलेट में हिस्सेदारी

रिलायंस रिटेल वेंचर्स की सब्सिडियरी रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड ने लोटस चॉकलेट कंपनी में 51% हिस्सेदारी खरीदी है। 74 करोड़ रुपए में 113.00 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर लोटस के 65,48,935 शेयरों का अधिग्रहण किया गया है। लोटस की एडिशनल 26% (33,38,673 शेयर) हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर लाने की भी घोषणा की है। रिलायंस रिटेल ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी।

रिलायंस के इस एग्रीमेंट के बाद लोटस चॉकलेट के शेयर शुक्रवार के कारोबार को दौरान 5% चढ़ गए। ये 5.85 रुपए बढ़कर 122.95 रुपए पर पहुंच गया। 5 कारोबारी दिन में ये शेयर 24.50 रुपए या 24.89% बढ़ चुका है। वहीं एक साल की बात करें तो कंपनी ने 10.92% का रिटर्न दिया है। एक साल पहले 30 दिसंबर 2021 को शेयर का भाव 110.85 रुपए था। 5 साल में कंपनी ने 410% का रिटर्न दिया है।

रिलायंस रिटेल वेंचर्स की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा, ‘रिलायंस LOTUS के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित है, जिन्होंने एक मजबूत कोको और चॉकलेट डेरिवेटिव बिजनेस बनाया है। लोटस में हमारा निवेश स्वदेशी रूप से विकसित डेली यूज हाई क्वालिटी प्रोडक्ट को और बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। हम लोटस की अनुभवी मैनेजमेंट टीम के साथ काम करने के लिए तत्पर है।’

लोटस चॉकलेट बेहतरीन चॉकलेट, कोको उत्पादों और कोको डेरिवेटिव के चुनिंदा मैन्युफैक्चर्स में से हैं। 1988 में इनकॉरपोरेट हुई कंपनी के 1992 में ऑपरेशन शुरू हुए थे। उस समय कंपनी की प्रमोटर टी शारदा (प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय सिने कलाकार) और विजयराघवन एन (इंजीनियार) थे। 2008 में हैदराबाद के बिजनेसमैन प्रकाश पई और अनंत पई ने प्रमोटरों के रूप में कंपनी का टेकओवर किया था।

कंपनी ने ‘चकल्स’, ‘ऑन एंड ऑन’, ‘सुपर कैर’ और ‘टैंगो’ के ब्रांड नामों से अपने प्रोडक्ट मार्केट में उतारे जो काफी पॉपुलर हुए। कंपनी की प्योर कोकोआ बटर चॉकलेट की रेंज, और कोकोआ बटर और कोकोआ पाउडर जैसे डेरिवेटिव्स ने इंडस्ट्रियल मार्केट के साथ-साथ बेकरियों और भारत में टॉप 5 स्टार होटल किचन में प्रवेश किया। कंपनी अलग-अलग ओकेजन के हिसाब से गिफ्टिंग चॉकलेट्स भी बनाती है।