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बच्चे पैदा करने पर लाखों का इनाम, कहीं सरकारी खर्च पर परवरिश

दुनिया की आबादी आठ सौ करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। हर एक सेकेंड औसतन तीन से चार बच्चे पैदा हो रहे हैं। जब तक आप ये खबर पूरी पढ़ेंगे तब तक दुनिया में करीब 900 बच्चे पैदा हो चुके होंगे। worldometers के आंकड़ों के अनुसार, 2037 तक दुनिया की आबादी नौ सौ करोड़ से ज्यादा हो जाएगी। सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों में चीन, भारत, अमेरिका, इंडोनेशिया और पाकिस्तान शामिल हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि तेजी से बढ़ती आबादी के बावजूद दुनिया के कई बड़े देश ज्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर दे रहे हैं। इसमें दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन भी शामिल है। चीन से बुधवार को खबर आई कि यहां बच्चे पैदा करने के लिए सरकार ने नवविवाहित जोड़ों को 30 दिन की पेड मैरिज लीव देने का एलान किया है। इसका मकसद ये है कि पति-पत्नी आपस में समय बिता सके और जनसंख्या बढ़ाने में भागीदार बन सकें। पहले चीन में शादी के लिए मात्र तीन दिनों की पेड लीव मिलती थी।

चीन इकलौता ऐसा देश नहीं है, जहां आबादी बढ़ाने के लिए इस तरह की प्रोत्साहन योजनाएं शुरू हुई हैं। दुनिया के कई अन्य बड़े देश भी इसमें शामिल हैं। इसका कारण भी बड़ा हैरान करने वाला है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जहां, आबादी बढ़ाने पर काम हो रहा है। ये भी जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा?

पहले जानिए क्यों आबदी बढ़ाने पर फोकस कर रहे देश? 
दरअसल, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, इटली, रूस समेत कई देशों में आबादी भले ज्यादा है, लेकिन यहां जन्मदर घट गई है।  अभी जो इन देशों में आबादी है, उनमें से ज्यादातर 40 साल से अधिक हैं। मतलब ये बुजुर्ग हो रहे हैं और नए युवाओं की देश में कमी पड़ने लगी है। ऐसे में इन देशों के सामने सबसे बड़ी चिंता ये है कि अगर आने वाले समय में यहां जन्मदर नहीं बढ़ी तो युवाओं का संकट हो जाएगा। मतलब काम करने वाले वर्ग की कमी हो जाएगी। इसका सीधा असर देश के विकास पर पड़ेगा।

देश में काम करने वालों की संख्या कम होगी और बुजुर्गों की अधिक। जब काम करने वाले लोग कम होंगे तो देश की अर्थव्यवस्था, उत्पादन क्षमता, सैन्य क्षमता हर क्षेत्र पर असर पड़ेगा। यही कारण है कि इन देशों ने ज्यादा आबादी होने के बावजूद अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं।

अब उन देशों के बारे में जान लीजिए जहां, बच्चे पैदा करने पर इनाम मिलता है…

जापान : हर बच्चे पर छह लाख रुपये की सरकारी मदद 

शादी के कई सालों बाद भी ज्यादातर लोग यहां बच्चे पैदा नहीं करते हैं। इसके चलते जापान में युवाओं की संख्या लगातार घटती जा रही है, जबकि बुजुर्ग बढ़ते जा रहे हैं। अब जापान में काम करने वालों की संख्या कम हो गई है। यह देश अपनी घटती आबादी के चलते परेशान है।

जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जापानी लोगों पर किए गए एक नए सर्वे में पाया गया है कि 18 से 34 साल की उम्र के 70 प्रतिशत अविवाहित पुरुषों और 60 प्रतिशत अविवाहित महिलाओं की रिलेशनशिप में दिलचस्पी ही नहीं है। 30 फीसदी ऐसे जोड़े भी हैं, जिनके यहां शादी के कई सालों बाद भी बच्चे नहीं हैं। इसी के चलते यहां की सरकार बच्चे पैदा करने पर नकद इनाम देती है। हर बच्चे पर अब छह लाख रुपये का इनाम दिया जाता है। जापान में जन्म दर महज 1.46 है, जो देश के लिए चिंता का विषय है।

रूस : दूसरा और तीसरा बच्चा होने पर सात लाख रुपये 
रूस में दूसरे विश्व युद्ध के बाद से जनसंख्या दर में लगातार गिरावट हुई है। अब यहां प्रति 1000 महिलाओं के मुकाबले 800 पुरुष हैं। यहां अधिकतर युवा कुंवारे हैं। शादी के बाद भी बहुत से जोड़े बच्चे नहीं करते हैं। इसके चलते सरकार ने 12 सितंबर 2007 को ‘गर्भधारण दिवस’ घोषित कर दिया था। इस दिन की छुट्टी रहती है, ताकि लोग बच्चे पैदा करने पर फोकस कर सकें। इसके अलावा जो महिलाएं इस दिन के ठीक नौ माह बाद बच्चे को जन्म देती हैं उन्हें कार और इलेक्ट्रॉनिक सामान गिफ्ट किए जाते हैं। रूस सरकार ने एक और योजना की शुरुआत की है। इसके अनुसार, दूसरा या तीसरा बच्चा पैदा करने वाली महिला को नौ हजार डॉलर यानी करीब सात लाख रुपये दिए जाते हैं।

इटली : बच्चों का पूरा खर्च सरकार उठाती है
इटली में भी युवाओं की जनसंख्या काफी तेजी से घटती जा रही है। यही कारण है कि यहां की सरकार ने घटती आबादी को लेकर चिंता जाहिर की है। यहां प्रति महिला फर्टिलिटी रेट महज 1.43 है, जो यूरोप के औसत 1.58 से भी कम है। सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं, जिसके जरिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा बच्चों को पैदा करने के लिए जागरुक किया जा रहा है। यहां बच्चा पैदा करने वालों को अगर आर्थिक मदद की जरूरत होती है तो सरकार बच्चों का पूरा खर्च उठाती है।

रोमानिया : यहां बच्चा न पैदा करने वालों से ज्यादा टैक्स लिया जाता है
सन 1990 के बाद से रोमानिया में जन्मदर लगातार कम हो रही है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, वर्ष 2018 में यहां जनसंख्या की वृद्धि दर -0.50 % है। यहां के हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि सरकार ने बच्चे न पैदा करने वाले दंपत्तियों पर ज्यादा टैक्स लगाना शुरू कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जो दंपत्ति बच्चे पैदा नहीं करती है, उन्हें 20 प्रतिशत ज्यादा टैक्स देना पड़ता है।

तुर्किये : यहां बच्चे पैदा करने पर मिलता है इनाम 
तुर्किये में भी जन्मदर लगातार घट रही है। यही कारण है कि यहां की सरकार ने भी ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए इनाम की घोषणा की है। यहां पहला बच्चा पैदा होने पर 230 डॉलर, दूसरे बच्चे पर 270 डॉलर और तीसरा बच्चा पैदा होने पर 360 डॉलर का इनाम दिया जाता है। यहां मां बनने वाली महिलाओं को फुल टाइम के वेतन पर पार्ट टाइम जॉब दी जाती है।

हॉन्गकॉन्ग: ज्यादा बच्चों को पैदा करने वालों को मिलता है इनाम 
यहां प्रति महिला 1.23 बच्चा है। यह दर भी सरकार की कोशिशों के बाद सुधरी है। वर्ष 2005 में यहां फर्टीलिटी रेट 0.95 चला गया था। वर्ष 2013 के बाद से यहां शादी शुदा जोड़ों को बच्चे पैदा करने पर इनाम दिया जाता है। सरकार कई तरह से लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

इन देशों में भी बच्चे पैदा करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा
डेनमार्क, स्पेन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर जैसे देशों में भी लोगों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन देशों की सरकारों ने भी अलग-अलग तरह से प्रोत्साहन योजना शुरू की है।