दिल्ली शराब नीति केस में CBI के बाद अब ED ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी शुक्रवार को सिसोदिया को कोर्ट में पेश करेगी, यहां एजेंसी उनकी रिमांड मांग सकती है। सिसोदिया को ईडी ने गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया।
उधर, CBI के केस में मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर दोपहर 2.30 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी। सिसोदिया को CBI ने 26 फरवरी को 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। 7 दिन की सीबीआई रिमांड के बाद कोर्ट ने 6 मार्च को सिसोदिया को 20 मार्च (14 दिन) की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा था।
तिहाड़ में सिसोदिया से 7 मार्च को 6 घंटे पूछताछ
ED दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ कर रही है। इससे पहले 7 मार्च को एजेंसी ने तिहाड़ जेल में सिसोदिया से 6 घंटे पूछताछ की थी।रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED की टीम इस मामले में गिरफ्तार दो अन्य आरोपियों के साथ तिहाड़ पहुंची थी। ED ने बताया था कि नई शराब नीति बनाने में साउथ दिल्ली के व्यापारियों से 100 करोड़ की रिश्वत ली गई थी। इस मामले में ED ने 6 मार्च को हैदराबाद के बिजनेसमैन अरुण रामचंद्र पिल्लई और अमनदीप ढल को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन आरोपियों ने सिसोदिया का नाम लिया था
तेलंगाना के CM की बेटी को भी ED का बुलावा
दिल्ली शराब नीति केस में तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी के कविता को भी ED ने 11 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है। ED ने पहले के कविता को 9 मार्च के लिए समन किया था। इस पर कविता ने एजेंसी से एक हफ्ते का समय मांगा था।
कविता ने यह भी कहा था कि वे जांच में पूरा सहयोग करेंगी। भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता कविता के अनुरोध को स्वीकार कर ED ने उन्हें नया समन जारी किया है। इससे पहले 12 दिसंबर को कविता से CBI हैदराबाद में करीब 7 घंटे पूछताछ कर चुकी है।
खूंखार क्रिमिनल्स हैं सिसोदिया के पड़ोसी
मनीष सिसोदिया को तिहाड़ की 1 नंबर जेल में वार्ड नंबर 9 में रखा गया है। यह सीनियर सिटीजन वार्ड है, जहां उन पर CCTV की निगरानी भी रहेगी। इसी वार्ड में कुछ खूंखार अपराधी भी सिसोदिया के पड़ोसी हैं। केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन भी इसी वार्ड में 7 नंबर में हैं। सिसोदिया और जैन की सेल के बीच 500 मीटर की दूरी है।
जेल अधिकारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में सिसोदिया को अपनी सेल किसी दूसरे आरोपी के साथ शेयर करनी पड़ सकती है। सिसोदिया अंडर ट्रायल आरोपी हैं, इसलिए वे जेल में अपनी सुविधा के मुताबिक कपड़े पहन सकते हैं। उन्हें जेल से भी कुछ कपड़े दिए गए थे।