इंदौर के महू में बुधवार रात एक आदिवासी युवती की मौत के बाद बवाल हो गया। परिजन का आरोप है दबंगों ने गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी। गुस्साए लोगों ने बडगोंदा पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। लाठीचार्ज किया। करीब 25 हवाई फायर भी किए।
गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई, जिसका शव एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका कि युवक की मौत किसकी गोली लगने से हुई। बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर गंभीर रूप से घायल हैं। उनकी आंख पर गहरी चोट आई है। 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
ग्रामीण एसपी भगवंत बिरदे ने कहा कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर यदुनंदन पिता रामचरण पाटीदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। रेप के आरोप की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में होगी तो धारा बढ़ाई जाएगी। आरोप है कि यदुनंदन धामनोद, जिला धार से युवती का अपहरण कर ग्राम गवली पलासिया लाया। यहां करंट लगा कर उसकी हत्या कर दी।
जिस युवक की मौत हुई है, उसकी पहचान 18 वर्षीय आदिवासी युवक भेरूलाल के रूप में हुई है। युवक छोटी जाम का रहने वाला बताया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे एक अन्य युवक संजय के पैर में भी गोली लगी है। ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। इसके साथ ही पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो चुका है।
पुलिस ने खदेड़ा तो हमला किया
युवती के परिजन ने बुधवार शाम को डोंगरगांव चौकी के सामने शव रखकर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला। प्रदर्शन करने वालों को पुलिस की टीम करीब एक किमी तक खदेड़ कर वापस चौकी पर आ गई थी। इसके बाद प्रदर्शन करने वालों ने पुलिस पर गोफन से हमला कर दिया। खबर है कि पुलिस ने भी सामने से फायरिंग की। करीब एक घंटे तक मचे बवाल के बाद फिलहाल हालात काबू में है। परिजन युवती का शव लेकर चले गए हैं।
दबंग की प्रताड़ना से मौत का आरोप
युवती के परिजन का कहना है कि उसकी मौत एक दबंग युवक की प्रताड़ना के कारण हुई है। परिजन ने पुलिस पर मामला दबाने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है।’ युवती की बुआ ने आरोप लगाया कि उसकी भतीजी के साथ पाटीदार समाज के युवकों ने गैंगरेप कर हत्या की है। पुलिस ने हमारी रिपोर्ट भी नहीं लिखी।
युवती के मामा के बेटे ने आरोप लगाया कि उसकी बहन का मर्डर किया गया है। पुलिस ने उनसे सिर्फ इतना कहा कि आपकी बेटी की मौत हो गई है। पुलिस ने युवती का पोस्टमॉर्टम कराकर शव दे दिया। युवती के भाई ने किसी यदुनंदन परासिया का लेकर कहा कि वह उसकी बहन को अपनी पत्नी बता रहा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
इस घटना से जुड़े अपडेट्स
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महू की घटना में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा- आदिवासी युवती से गैंगरेप के बाद हत्या और फिर पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की मौत ने मध्यप्रदेश में जंगलराज को साबित किया है।
- कमलनाथ ने घटना की जांच के लिए आदिवासी विधायकों का दल गठित किया है। इसमें कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा शामिल हैं। दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। कांग्रेस के इंदौर प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।
- उज्जैन पहुंचे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महू में हुई घटना की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा- कांग्रेस को संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। पति कहते हैं करंट लगने से मौत हुई, जबकि दूसरे संगठन के लोग हत्या की बात कह रहे हैं। जांच के आदेश दे दिए हैं।
चार थानों क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाई गई
महू, बडगोंदा सहित चार थानों क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 500 से ज्यादा जवानों ने देर रात तक अलग-अलग हिस्सों में तैनात रहे। दो वज्र वाहन और दो फायर ब्रिगेड मौके पर मौजूद हैं। डोंगरगांव चौकी के आसपास बेरिकेडिंग भी कर दी गई है।