उज्जैन | उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में कुछ दिनों पूर्व उजागर हुए जीपीएफ घोटाले की जांच पूरी हो गई है। शुक्रवार रात्रि को जेल मुख्यालय द्वारा एक आदेश जारी किया गया, जिसमें केंद्रीय जेल उज्जैन की अधीक्षक उषाराज को प्रथमदृष्टया गंभीर वित्तीय अनियमितता बरतने के लिए जिम्मेदार माना गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से जेल मुख्यालय भोपाल पर अस्थाई रूप से तैनात कर दिया गया, जबकि उनके स्थान पर देवास की जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे को अधीक्षक केंद्रीय जेल उज्जैन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
जारी आदेश पत्र में उल्लेख है कि कलेक्टर द्वारा 11 मार्च 2023 को जिला कोषालय, उज्जैन के प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन अनुसार केन्द्रीय जेल, उज्जैन के शासकीय सेवकों के स्वत्वों में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर डीपीएफ ट्रांजैक्शन प्रोसेस में राशि एक ही खाते में ट्रांसफर कर अनियमित फर्जी भुगतान IFMIS सॉफ्टवेयर के माध्यम से किए जाने की जानकारी दी गई थी। जिसमें प्रतिवेदन अनुसार 13 करोड़ 50 लाख 46 हजार 325 का अनियमित भुगतान हुआ था। तत्संबंध में जेल मुख्यालय द्वारा जेल उप महानिरीक्षक (कल्याण) की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति द्वारा जांच में लगभग राशि रुपये 15 करोड़ का अनियमित भुगतान किया जाना पाया गया।
केंद्रीय जेल उज्जैन अधीक्षक उषाराज को प्रथमदृष्टया गंभीर वित्तीय अनियमितता बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से जेल मुख्यालय भोपाल पर अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक तैनात किया जाता है।