पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब पांड़ाल पढ़ा छोटा
उज्जैन | मुल्लापुरा मार्ग पर पं. प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा की प्रारंभ हो गई। कथा सुनने के लिये देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन दो दिन पहले से शुरू हो चुका है। खास बात यह कि कथा पंडाल में लोगों ने जगह रोकना शुरू किया और अपने स्थान पर ही भजन कीर्तन कर समय व्यतीत करते हुए वहीं भोजन किया और रात में सो गये।
कथा स्थल पर पैदल चलना पड़ा लोगों को
कथा सुनने के लिये एक ओर जहां दो दिन पहले से लोगों का शहर आगमन शुरू हो चुका था तो सुबह लोगों के कथा पंडाल तक पहुंचने की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हुई। दोपहर 12 बजे तक मुख्य कथा पांडाल के अलावा आसपास के दो अन्य पांडाल भी पूरी तरह फुल हो चुके थे और बड़ी संख्या में लोग कथा पांडाल के बाहर खड़े नजर आ रहे थे।
मुल्लापुरा मार्ग कथा स्थल की ओर जाने वाले मार्गों पर बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। सुबह लालपुल ब्रिज से वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। उजरखेड़ा हनुमान मंदिर की तरफ वाहन पार्किंग कराए गए। कई लोगों ने खेतों में अपने वाहन खड़े किये और पैदल ही कथा स्थल की ओर रवाना हो गए।
कथा पांडाल के आसपास स्वयंसेवी संस्थाओं ने चाय-पोहा नाश्ते का इंतजाम किया था। सुबह 11 बजे तक यहां स्टाल लगाकर लोगों को नाश्ता कराने के बाद स्टॉल खाली कर दिया गया।
50 बाय 200 फीट की भोजनशाला में लोगों का भोजन शुरू हुआ। दो तरफ भोजन काउंटर होने से भीड़ अधिक होने के बाद भी स्थिति नहीं बिगड़ी। दाल, चावल, सब्जी, पुड़ी, हरी चटनी भोजन में परोसी जा रही थी। भोजन के बाद लोग स्वयं बर्तन साफ कर काउंटर पर जमा भी करा रहे थे।
पीने के पानी के लिये पीएचई द्वारा कथा स्थल के आसपास पाइप लाइन बिछाकर नल लगाये गये हैं। नगर निगम द्वारा इन नलों के आसपास गिट्टी चूरी नहीं डाली गई इस कारण कीचड़ हो रहा है। वहीं आयोजकों ने ठंडे और शुद्ध पानी के केम्पर भी रखे गये हैं।
मुख्य कथा पांडाल के अलावा आसपास दो अन्य पांडाल भी बने हैं। लोगों द्वारा कथा मंच को ठीक से नहीं देख पाने को मद्देनजर रखते हुए समान दूरी पर प्रत्येक पंडाल में 6-6 बड़ी एलईडी लगाई गई हैं।
कथा सुनने की चाहत ने तोड़ा उम्र का बंधन
पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के लिए बच्चों से लेकर वृद्ध तक जमकर उत्साह है। आस्था, भक्ति लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे है।। भगवान शंकर की भक्ति, पूजन, अर्चन की विधि और उससे मिलने वाले फल का विस्तार से कथा के दौरान वर्णन किया जाता है।
यही कारण है कि देशभर के हजारों श्रद्धालु उनका अनुसरण करते हैं। दो दिन पहले से पांडाल में अपना स्थान रोककर बैठे लोगों में 80 वर्षीय वृद्धों से लेकर 8 से 10 वर्ष की उम्र के बच्चे भी नजर आये। शिव भक्ति में रमें यह लोग पंडाल में ही झांझ मंजीरे लेकर भजन गा रहे थे और अपने साथ घर से लाये भोजन को ग्रहण कर रहे थे। कोई कपड़ों का बैग सिरहाने लगाकर आराम करते नजर आया। इन्हें आयोजकों द्वारा किये गये प्रबंध से कोई सरोकार नहीं था। शिव भक्ति में डूबे इन लोगों को सुविधाओं और संसाधन की जरूरत भी नजर नहीं आई।
घरों में मेहमानों का आगमन
शिव महारापुराण सुनने के लिये देशभर के श्रद्धालुओं का उज्जैन आगमन जारी है, वहीं अधिकांश घरों में भी मेहमानों का बड़ी संख्या में आगमन होने लगा है। लोग पं. मिश्रा की कथा सुनने के साथ ही महाकाल लोक देखने और उज्जैन दर्शन करने भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं जिस कारण प्रमुख मंदिरों की दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है।
10 एम्बुलेंस को तैनात किया गया: इमरजेंसी के लिये कथा पंडाल के बाहर ही 10 एम्बुलेंस को तैनात किया गया है। इसके अलावा डॉक्टरों की टीम दवा के साथ मौजूद है। मुल्लापुरा मेन रोड पर अनेक जगह स्वयंसेवी संस्थाओं ने पीने के पानी, चाय, नाश्ते की नि:शुल्क व्यवस्था की है तो कुछ लोगों ने अपनी दुकानें भी लगा ली हैं। यह लोग 20-20 रुपये में चाय, काफी, आलूबड़ा, पानी की बाटल आवाजें लगाकर बेच रहे हैं।