उज्जैनमध्य प्रदेश

पं. मिश्रा बोले- भक्तों को धकेलो मत:महाकाल के कर्मचारियों से कहा- अभिमान ठीक नहीं, तुम्हारे भाग्य अच्छे हैं, जो यहां ड्यूटी लगी है

महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था पर कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने मंच से ही महाकाल मंदिर के कर्मचारियों के लिए कहा- लोग पैसा लगाकर हजारों किलोमीटर दूर से महाकाल मंदिर आते हैं। उन्हें दर्शन तो करने दो। भक्तों को धकेले जा रहे हो। इतना अभिमान ठीक नहीं। तुम्हारे भाग्य अच्छे हैं, जो महाकाल ने अपने चरणों में ड्यूटी लगा रखी है।

उज्जैन में पं. मिश्रा की शिव पुराण कथा का आयोजन 4 से 10 अप्रैल तक था। लाखों भक्त देशभर से बड़नगर रोड स्थित पंडाल में कथा सुनने के लिए पहुंचे। कथा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भी पहुंचे। कुछ भक्तों ने महाकाल मंदिर व्यवस्था को लेकर शिकायत की थी।

इसी शिकायत के बाद सोमवार को अपनी कथा के दौरान उन्होंने महाकाल मंदिर में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के लिए खरी खोटी सुना दी। कहा- ‘व्यक्ति के भीतर अभिमान नहीं आना चाहिए कि मैं महाकाल के मंदिर में दर्शन करवा सकता हूं। ये तेरी किस्मत है कि तेरे जैसे न जाने कितने महाकाल ने झारखंड के जंगल में छोड़ रखे हैं, जो रोज गोलियां झेल रहे हैं और तू उनके दरवाजे पर खड़े होकर भक्तों के जयघोष भी नहीं झेल पा रहा।’ उनके इस बयान का वीडियो मंगलवार को सामने आया।

यह सीहोर वाला महाराज कड़क बोलता है

पं. मिश्रा ने आगे कहा, हजारों किलोमीटर से लोग आते हैं। एक क्षण दर्शन तो करने दो। किस अहंकार में जी रहे हो, जरा सी देर में तुमने कह दिया जल्दी-जल्दी बाहर निकालो, दर्शन नहीं करने देना। उसको (महाकाल) धन्यवाद दो कि उसने अपने चरणों की नौकरी दी है तुम्हें, वरना न जाने कहां-कहां ठोकर खाते रहते, कहां-कहां पड़े रहते। यह सीहोर वाला महाराज कड़क बोलता है। जिसको जो छापना है छापो। छापने वाला कितना भी छापे, आग लगे बस्ती में और अपन रहो मस्ती में, कब तक रोएंगे कि यह बोल दिया, वह बोल दिया, यह छाप दिया, छापो जितना छापना है।