खुद को IAS अफसर बताकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फोटो डालने वाले एक युवक को जबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस युवक ने नरसिंहपुर कलेक्टर होने का दावा किया था। उसने पदभार संभालने और जूनियर अफसरों द्वारा स्वागत करने की फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी।
इसके वायरल होते ही नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना तक जानकारी पहुंची। उन्होंने पड़ताल की तो युवक का फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। फिलहाल, जबलपुर पुलिस युवक को गिरफ्तार कर मामले की जांच में जुटी है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य मंत्रियों और अफसरों के साथ फोटो बनाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाल रखी हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम राहुल गिरी है और वह महाराष्ट्र के गोंदिया का रहने वाला है। उसके पास से जब्त मोबाइल में कई राजनेताओं के साथ अफसरों के भी फोटो मिले हैं। वह एडिटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर इनके साथ अपनी फोटो बनाता था।
IAS बनने का शौक पूरा करने के लिए पोस्ट कीं फोटो
पुलिस ने बताया कि राहुल बीएससी पास है। वह जबलपुर में किराए के मकान में अकेला रहता है। उसने नरसिंहपुर कलेक्टर के फेसबुक पेज से फोटो उठाकर बहुत ही शातिर तरीके से एडिट की। छेड़छाड़ कर ऐसी फोटो बनाई, जिसे देखकर कोई भी भरोसा कर लेगा कि रिजु बाफना की जगह राहुल गिरी की पोस्टिंग नरसिंहपुर कलेक्टर के पद पर हो गई है।
आरोपी ने बताया कि वह IAS बनना चाहता था। पढ़ाई इतनी की नहीं थी कि अरमान पूरा हो सके। अपने शौक को पूरा करने के लिए वह फोटो एडिट कर खुद को आईएएस बताकर सोशल मीडिया में पोस्ट करने लगा। इस दौरान उसने नरसिंहपुर कलेक्टर के साथ ही मध्यप्रदेश का अपर सचिव बनकर फोटो पोस्ट किए।
राहुल गिरी का रिकॉर्ड तलाश रही पुलिस
ऐसी ही एक फोटो में राहुल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बातचीत करते हुए भी दिखाई दे रहा है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहुल गिरी के माता-पिता को जबलपुर बुलाया है।
फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि आरोपी ने इस तरह फर्जीवाड़ा कर कितने फोटो सोशल मीडिया पर डाले हैं और किसी तरह का अनुचित लाभ तो नहीं उठाया है।