मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 39 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इन उम्मीदवारों के घोषित होने के बाद बीजेपी के नेताओं और इलेक्शन मैनेजमेंट के एक्सपर्ट्स ने प्रत्याशियों को खास ट्रेनिंग देकर टास्क दिए हैं। जिसके आधार पर उम्मीदवार और बीजेपी के पदाधिकारी काम करेंगे। सभी 230 विधानसभा सम्मेलनों के बाद अब 10 हजार 916 शक्ति केन्द्र की वर्कशॉप आयोजित की जा रही है।
जानिए क्या है बीजेपी की चुनावी रणनीति
प्रदेश में जहां विधानसभा सम्मेलन और मंडल कार्यसमिति हो चुकी है। वहीं शक्ति केन्द्र की कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। शक्ति केन्द्र की कार्यशाला में बूथ अध्यक्ष, बूथ महामंत्री और बीएलए(बूथ लेवल एजेंट), शक्ति केन्द्र की टोली के साथ बीजेपी समर्थक सरपंच और जनपद सदस्य, हारे हुए सरपंच और जनपद सदस्यों को बुलाया जाएगा। इसके साथ ही शक्ति केन्द्र के अंतर्गत रहने वाले पार्टी के मंडल स्तर से ऊपर के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
बूथ समिति का सम्मेलन
शक्ति केन्द्रों की वर्कशॉप के बाद बूथ समिति सम्मेलन भी आयोजित होंगे। दो घंटे के सम्मेलन में बूथ बूथ अध्यक्ष महामंत्री, BLA, बूथ समिति, पन्ना प्रमुख, पन्ना समिति, बूथ पर निवास करने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि बुलाए जाएंगे।
इन 15 प्वाइंट्स में समझिए बीजेपी किस तरह बना रही है रणनीति
1. हर बूथ पर पांच अच्छे रंग की बॉल पेंटिंग कराना है(ये काम युवा मोर्चा करेगा।)
2. हर बूथ पर 11 मोटर साईकिल वालों की सूची बनाना है। 5 से 10 मोटर साईकिल का हर गांव में, हर दूसरे दिन भाजपा का झंडा लगाकर जुलूस, रैली निकालना है।
3. सहकारी समिति वालों के साथ बूथ अध्यक्ष को चाय पीना है।
4. साधु और पुजारी का शाल एवं श्रीफल तथा दक्षिणा देकर सम्मान करना है।
5. सदस्यता अभियान में 10 सदस्य एससी, एसटी वर्ग के बनाना है।
6. लाभार्थी सूची लेकर हर लाभार्थी से पत्रक लेकर मिलना है।
7. पन्ना प्रमुख को सक्रिय करना है। हर तीसरे दिन पन्ना प्रमुख को पन्ना के हर घर में मिलना है। मेरा घर भाजपा का घर के स्टीकर, पोस्टर चिपकाना है। हर पेज पर 5 नये वोटर जोड़ने हैं।
8. हर बूथ पर कम से कम 15 लोगों का व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाना है।
9. हारे हुए सरपंच को भी जोड़ना है।
10. कांग्रेस के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ना।
11. स्व सहायता समूह की बहनों को जोड़ना ।
12. संघ परिवार के सभी कार्यकर्ताओं से मिलना और सक्रिय करना ।
13. सभी मोहल्लों में पन्ना समिति की हर 15 दिन में बैठक करना।
14.सात दिन में जिला पदाधिकारी, मोर्चा के अध्यक्ष, महामंत्री की बैठक करना है।
15. हर मंडल में दो कार्यकर्ता बैठक लेने जायेंगे। फिर मंडल के पदाधिकारी को 3 दिन में दो शक्ति केन्द्र और 3 दिन में शक्ति केन्द्र प्रभारी को बूथ और बूथ अध्यक्ष को पन्ना समिति की बैठकें करना है।
(बूथ को अपग्रेड करते हुए C को B ग्रेड का बूथ बनाना है। B ग्रेड के बूथ को A बनाना A को A+ कर 10% वोट शेयर बढ़ाने पर फोकस है।)
बूथ पर BJP करा रही ये काम
पहला काम: बूथ समिति के सदस्यों को एक्टिव बनाये रखने के लिए केन्द्र द्वारा साल भर में किये जाने वाले 6 कार्यक्रम 1. 08 अप्रैल स्थापना दिवस, 2 14 अप्रैल डॉ. अम्बेडकर जी जयंती, 3. 23 जून डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, 4. जन्माष्टमी कुशाभाऊ ठाकरे जयंती, 5. 25 सितम्बर दीनदयाल जयंती, 6. 25 दिसम्बर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जयंती और समय-समय पर चलाये जाने वाले अभियानों से जोड़कर रखना। ऐसे कार्यक्रमों के लिए बूथ समिति में सक्रिय कार्यकर्ताओं की टोली बनाना ।
दूसरा काम: अपने बूथ पर रहने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की भूमिका बूथ के सशक्तिकरण में बनाना। मतदाता सूची के पन्ना के अनुसार पन्ना समिति (1 प्रमुख कम से कम 4-5 सदस्य ) बनाने पर जोर देना। पन्ना समिति के अन्तर्गत आने वाले परिवारों या मतदाताओं के संपर्क में रहें। अपने बूथ के अन्तर्गत बस्तियों गांव मजरा टोला में परिवार बैठक करना।
तीसरा काम: अपने बूथ का पिछले दो विधानसभा चुनाव और एक लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर ए, बी, सी, की बूथ कैटेगरी तय करना। चुनाव परिणाम के आधार पर बूथ ग्रेडेशन सी से बी में बी से ए में अपने बूथ को ले जाने का प्रयास करना। पार्टी को 70 से 75 प्रतिशत सतत वोट मिलने वाला बूथ को ए+ बूथ बनाना। अपने बूथ को सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी बनाना बूथ पर सभी जाति / बिरादरी / मत-पंथ के अनुसार रचना कर सहज संपर्क का प्रयास करना उन्हें अलग-अलग कार्यक्रमों, अभियानों में जोड़ने का प्रयास करना। अपनी बूथ समिति या पन्ना समिति में महिलाओं की पर्याप्त सहभागिता हो और उन्हें सक्रिय बनाये रखने का प्रयास हो। बूथ समिति या पन्ना समिति के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य पिछडा वर्ग के सदस्यों को जोड़ने और सक्रिय बनाये रखने के सतत प्रयास हो।
चौथा काम: हर महीने (अंतिम रविवार) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया के अलग-अलग मंचों पर “मन की बात” कार्यक्रम होता है। इस कार्यक्रम को बूथ कार्यकर्ता आम मतदाताओं के साथ अपने बूथ पर ही सुनें उसके बाद उसी स्थान पर बूथ समिति की बैठक करें। यानि “मन की बात” का सामूहिक श्रवण सामूहिक चिंतन और बूथ समिति की बैठक “मन की बात” कार्यक्रम हेतू बूथ स्तर पर एक कार्यक्रम प्रमुख बनाना ।
पांचवां काम: प्रदेश कार्यालय द्वारा बूथ समिति की आवश्यक जानकारी रखने हेतु एक रजिस्टर भेजा गया है जो कि बूथ पर रहेगा और इसकी एक प्रति मण्डल पर रहेगी। यह रजिस्टर अपडेट होता रहे और सुरक्षित रहे।
छठवां काम: बूथ समिति की बैठक करते समय एक कार्यवाही रजिस्टर पर बैठक के निर्णय लिखना और उपस्थित कार्यकर्ताओं के हस्ताक्षर करवाना। इस कार्य की चिन्ता बूथ का अध्यक्ष, महामंत्री अनिवार्य रूप से करेगा।
सातवां काम: नए मतदाताओं को पार्टी से जोड़ते रहना। कार्यक्रम, अभियानों में कार्य देना।
आठवां काम: बूथ पर दीवार लेखन करना। स्थान तय कर “कमल” पुतवाना साथ ही भाजपा से जुड़े नारे लिखना।
नौवां काम: अपने बूथ की लाभार्थियों की सूची (केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं की अलग-अलग सूची बनें) बनाकर रखना, अपडेट करना और उनसे सतत संपर्क में रहना।
दसवां काम: मठ मंदिरों की सूची और संपर्क की व्यवस्था हो।
11वां काम: दो पहिया वाहन धारक कार्यकर्ताओं की सूची बनाना ।
12वां काम: अपने बूथ पर विचार परिवार के कार्यकर्ताओं से नियमति संपर्क की व्यवस्था रखना। समाज में धर्म और समाज जागरण के कार्य करने वाले सम विचारी संगठन जैसे- गायत्री परिवार आदि से संपर्क और संबंध रखना।
13वां काम: सहकारी संस्थाओं, बैंक, डेरी के सदस्यों से संपर्क रखना अपने बूथ पर स्व-सहायता समूह के प्रमुख दो-तीन सदस्यों से संबंध और संपर्क रखते हुए पार्टी से जोड़ना । अच्छे और समाज हित में कार्य करने वाले स्वयंसेवी संगठनों (NGO) से संपर्क रखना और ऐसे एनजीओ जो समाज को बांटने वाले समाज विरोधी गतिविधियां करने वाले है, उनके गतिविधियों की जानकारी रखना और समय-समय पर जनप्रतिनिधियों और संगठन के उच्च पदाधिकारी को बताना।
14वां काम: अपने बूथ पर अन्य दलों के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से संपर्क रखना और पार्टी से जोड़ने का प्रयास करना। अन्य दलों में कार्य करने वाले अच्छे कार्यकर्ता पार्टी से जुड़ें, ऐसा आग्रहपूर्वक प्रयास करना।
15वां काम: माह में एक बार घर-घर संपर्क का अभियान बूथ टोली द्वारा चलाया जाना चाहिये।
16वां काम: सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में जनभागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास करना और नेतृत्व करना। इस हेतु बूथ स्तर के शासकीय सभी कर्मचारियों से संपर्क रखना जैसे- पटवारी, कोटवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता ग्राम सेवक, स्वास्थ्य कर्मी, स्कूल, शिक्षक पंचायत सचिव आदि।
17वां काम: समय-समय पर मतदाता सूची का निरीक्षण करना नाम जुड़वाना, हटवाना।
इन वोटर्स पर विशेष फाेकस
1. अपने यानि बीजेपी समर्थक
2 अन्य दलों से जुड़े
3 फ्लोटिंग वोटर
4 मृत्यु या प्रवासी
(बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) के संपर्क संबंध रखना।)
18वां काम: सोशल मीडिया पर भाजपा मप्र और नेतृत्व के ट्विटर फेसबुक आदि पर जुड़ना फालो करना उनके द्वारा की जा रही पोस्टों को शेयर करना आगे बढ़ाना। भाजपा मप्र के अधिकृत आईडी निम्नानुसार है @BJP4MP बूथ समिति और पन्ना समिति का – व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाना और दूसरा व्हाट्सएप्प ग्रुप बूथ के सामान्य मतदाताओं का बनाना। स्मार्ट फोन धारकों की सूची बनाना जो बूथ समिति के अलावा अपने बूथ पर रहने वाले मतदाताओं की हो।
19वां काम: समाज में किसी भी प्रकार की आपदा आने पर सेवा और सहयोग की भावना से तत्काल टोली के साथ सक्रिय होना।