मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अतिथि शिक्षकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जब रेग्युलर शिक्षक नहीं थे तब अतिथि शिक्षक के रूप में आपको पढ़ाने का दायित्व सौंपा गया। मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता है कि अतिथि शिक्षकों ने पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वाह किया। मुख्यमंत्री लाल परेड मैदान पर अतिथि शिक्षक पंचायत को संबोधित कर रहे थे।
अतिथि शिक्षकों का अनुबंध अब एक साल का होगा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अतिथि शिक्षकों को अब महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि करते हुए वर्ग-1 को 9 हजार रुपए के स्थान 18 हजार रुपए, वर्ग-दो को 7 हजार के स्थान पर 14 हजार रुपए और वर्ग-तीन को 5 हजार के स्थान पर 10 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। अतिथि शिक्षकों का अनुबंध एक साल का होगा।
अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की योजना बनाई जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों का आरक्षण 25 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत किया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार अतिथि शिक्षकों को प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस के रूप में प्रदान किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अतिथि शिक्षकों को माह की निश्चित तिथि को मानदेय की राशि प्राप्त हो। साथ ही पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी। प्रदेश में वर्ग-1 में 15,920, वर्ग-2 में 38,294 तथा वर्ग-3 में 13,695 में कुल 67910 अतिथि शिक्षक है।
अतिथि शिक्षकों के संबंध में की गई घोषणाएँ
अतिथि शिक्षकों को अलग-अलग कालखण्डों के हिसाब से दिये जा रहे मानदेय के स्थान पर मासिक मानदेय प्रदान किया जायेगा। अतिथि शिक्षक वर्ग-1 को अधिकतम 9000 रूपये के स्थान पर 18000 रूपये, अतिथि शिक्षक वर्ग-2 को अधिकतम 7000 रूपये के स्थान पर 14000 रूपये एवं अतिथि शिक्षक वर्ग-3 को अधिकतम 5000 रूपये के स्थान पर 10,000 रूपये प्रतिमाह मानदेय देय होगा।
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अतिथि शिक्षकों के साथ अनुबंध पूरे शैक्षणिक सत्र के लिये किया जायेगा।
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शिक्षकों की आगामी भर्तियों में अतिथि को 25 प्रतिशत के स्थान पर 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ प्रदान किया जायेगा।
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अतिथि शिक्षकों को शैक्षिक कार्य के आधार पर आगामी भर्तियों में उच्च शिक्षा विभाग की भांति न्यूनतम 4 एवं अधिकतम 20 अनुभव के अंक प्रदान किये जायेंगे।
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नियमित शिक्षकों की तरह अतिथि शिक्षकों को प्रतिमाह नियमित मानदेय प्रदाय किया जायेगा।
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गुरूजी नियमितीकरण प्रक्रिया की तरह अतिथि शिक्षकों को भी पात्रता परीक्षा आयोजित की जाकर नियमित किये जाने की योजना बनाई जायेगी।