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ट्रेन में महिलाओं से चुराकर जमीन में गाढ़ देतीं जेवर:नागपुर से मोबाइल पर होती थी मॉनिटरिंग; महिला चोर गैंग की 12 सदस्य पकड़ीं

अगर आप ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं, तो महिला चोर गैंग से अलर्ट रहें। जबलपुर में ट्रेन में सोने-चांदी के जेवर चुराने वाली महिला गैंग को पकड़ा गया है। जीआरपी ने 12 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये लोग यात्रियों से गहने चुराकर जमीन में गाढ़ देती थीं। किसी को शक ना हो, इसके लिए मासूम बच्चों को साथ लेकर चलती थीं।

दो दिन पहले कंचन पांडे नाम की महिला ने गाडरवारा जीआरपी को शिकायत की थी। उसने कहा था कि उसे विंध्याचल एक्सप्रेस ट्रेन से गाडरवारा से सोहागपुर जाना था। गाडरवारा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ते समय उसे कुछ महिलाओं ने घेर लिया। भीड़ में एहसास हुआ कि उनके पर्स की चेन खोलने की कोशिश की जा रही है। ट्रेन में अंदर चढ़ते ही कंचन ने पर्स देखा, तो बैग में रखे करीब 2 लाख रुपए कीमत के जेवर गायब थे। उसे समझ आ गया कि ट्रेन में चढ़ते समय आसपास मौजूद महिलाओं ने चोरी की है।

जबलपुर जीआरपी ने महिला चोर गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जबलपुर जीआरपी ने महिला चोर गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

सीसीटीवी में दिखीं महिलाएं

शिकायत पर पुलिस ने स्टेशन के पास लगे CCTV फुटेज खंगाले। फुटेज में दिख रहा था कि कुछ महिलाएं ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रही हैं। ट्रेन के चलते ही ये महिलाएं नीचे उतरकर स्टेशन के बाहर जा रही हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस इनकी तलाश में जुट गई।

टोली बनाकर रह रही थी महिला चोर गैंग

मंगलवार को जीआरपी पुलिस को सूचना मिली कि गाडरवारा से करीब 30 किलोमीटर दूर बनखेड़ी स्टेशन के बाहर कुछ महिलाएं टोली बनाकर रह रही हैं। गाडरवारा थाना प्रभारी प्रकाश श्रीवास्तव ने इसकी सूचना एसपी सिमाला प्रसाद को दी। एसपी रेलवे के निर्देश पर पुलिस ने दबिश दी। यहां से 12 महिलाओं को गिरफ्तार किया। इनके पास से करीब 6 लाख रुपए के जेवरात और 12 हजार रुपए नकद समेत मोबाइल जब्त किया गया। गिरफ्तार महिलाओं की उम्र 22 से 60 साल है।

चोरी करने के बाद महिला चोर जेवरात को जमीन में दबा देती थीं।
चोरी करने के बाद महिला चोर जेवरात को जमीन में दबा देती थीं।

ऐसे वारदात करती थी गैंग

महिला चोर गैंग महाराष्ट्र के नागपुर के भगवानपुर की रहने वाली हैं। गैंग में शामिल महिलाएं एक साथ डेरे से निकलती थीं। पहले वे प्लेटफॉर्म जाती थीं। उनकी नजर उन महिलाओं पर होती थी, जो या तो अकेली हो या उनके साथ कोई बुजुर्ग हो। जैसे ही, कोई महिला जल्दबाजी में ट्रेन में चढ़ती, गिरोह के सदस्य भीड़ लगाकर उसे घेर लेतीं।

इसके बाद महिला यात्री के बैग की चेन खोलने की कोशिश करतीं। चेन नहीं खुलती, तो ब्लेड से बैग काटकर उसमें रखा कीमती समान निकाल लेतीं। जब तक यात्री को चोरी का पता चलता, तब तक ट्रेन निकल चुकी होती है। चोरी के बाद गिरोह प्लेटफॉर्म से निकलकर डेरे पहुंच जातीं।

किसी को शक ना हो, इसके लिए मासूम बच्चों को भी अपने साथ रखती थीं। इन्होंने ने जंगल में ठिकाना बना रखा था। महिलाएं जब वारदात करने जातीं, तब डेरे में दो महिलाएं रुककर खाना बनातीं और समान की देखभाल करतीं।

महिला चोरों से करीब छह लाख के जेवरात और 12 हजार रुपए नकद मिले हैं।
महिला चोरों से करीब छह लाख के जेवरात और 12 हजार रुपए नकद मिले हैं।

पुलिस ने गड्‌ढा खुदवाकर निकाले जेवर

महिला चोरों की निशानदेही पर पुलिस ने जमीन में गड्‌ढा खुदवाकर देखा। गड्‌ढे में जेवर और रुपए पोटली में बंद मिले। महिलाएं जमीन में जेवरात गाढ़ने से पहले बैठकर बंटवारा भी करती थीं।

पुलिस को अंदेशा है कि मोबाइल के जरिए महिलाएं अपने गिरोह के मुखिया को पल-पल की जानकारी देती थीं। जीआरपी मोबाइल नंबर के सीडीआर निकलवा रही है। पुलिस को शक है कि चोर गिरोह के तार न सिर्फ महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बल्कि अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं। पुलिस टीम जल्द ही महाराष्ट्र के लिए रवाना होगी। ये महिलाएं आदतन चोर हैं, जिनके स्थायी वारंट खंडवा, कटनी, दमोह और इटारसी पुलिस ने जारी किए हैं।

सभी महिला चोर नागपुर की रहने वाली हैं।
सभी महिला चोर नागपुर की रहने वाली हैं।

पुलिस ने इन महिलाओं को गिरफ्तार किया है

  • सीमा नाडे (35) पति अजय नाडे
  • नरबदा नाडे (40) पति जितेन्द्र नाडे
  • पूनम मानकर (35) पति विनोद मानकर
  • तनुजा उर्फ शारदा मानकर (35) पति सिद्धार्थ मानकर
  • सती उर्फ शशिकला (40) पति तातेराम
  • नेहा नाडे पिता जितेन्द्र नाडे (22)
  • मनीषा हथागले (35) पति धारा सिंह
  • वर्षा उफाडे (32) पति अमित उफाडे
  • साहित्री लोण्डे (60) पति ताना लोण्डे
  • सरिपा मानकर (35) पति सुरेश मानकर
  • वनिता मानकर (35) पति दिनेश मानकर
  • पदमा मानकर (28) पति झिवल मानकर