मध्य प्रदेशराजनीती

BJP की जनआर्शीवाद यात्रा में गूंजा `सनातन` का मामला:कांग्रेस को घेरा, CM शिवराज बोले- धर्म का अपमान करने वाली पार्टी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे

भारतीय जनता पार्टी द्वारा निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा अंतिम चरण में है। समापन के अवसर पर 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ होगा, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। पांच अलग-अलग इलाकों से शुरू हुई इन यात्राओं में मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, मंत्री, पूर्व मंत्री और अन्य नेताओं ने भाग लिया। इन सभी के भाषणों में एक बात समान थी- ‘सनातन’ की बात।अधिकतर नेताओं ने अपने भाषणों में सबसे ज्यादा ‘सनातन’ पर ही जोर दिया। सब ने एक स्वर में कहा कि- सनातन का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान। नेताओं के बयानों के मायने निकालें तो इस चुनाव को ‘सनातन’ पर ही केंद्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।

गुना के लक्ष्मीगंज में आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा की आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “ये (इंडी गठबंधन) तो सनातन धर्म को गाली देते हैं। कोई डेंगू कहता है, कोई मलेरिया कहता है। ये धरती वो धरती है, जिसने सब धर्मों का आदर किया है। सनातन धर्म का अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए। दिग्विजय सिंह, कमलनाथ को जवाब देना पड़ेगा। राहुल गांधी को जवाब देना पड़ेगा। जिन्होंने सनातन का अपमान किया, वो क्यों तुम्हारे गठबंधन में शामिल हैं। उन्हें गठबंधन से बाहर निकालो, तोड़ दो ऐसा गठबंधन जो सनातन धर्म को गाली देता है या फिर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो। जनता तुम्हे माफ नहीं करेगी। जैसे बाढ़ आती है और जब डूबने लगते हैं, तो एक ही पेड़ पर सब बैठ जाते हैं। आदमी भी बैठ जाता है, बंदर भी एक डाल से चिपक जाता है। सांप भी आ के लिपट जाता है। बिच्छू भी वहीं बैठ जाता है। चींटी भी आ जाती है। ये इंडिया गठबंधन ऐसा ही है। सांप, बिच्छू, बंदर सभी एक डाल पर बैठे हैं।”

वहीं चांचौड़ा विधानसभा के बीनागंज में आयोजित आमसभा में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा शर्मा ने कहा कि “ये जो कांग्रेस पार्टी है, बोलती है कि हमें सरकार बनानी है। क्यों सरकार बनानी है। कहते हैं कि हमने इंडिया गठबंधन किया है। इंडिया नाम रख लेने से आप इंडिया हो जाओगे क्या। मैं अपना नाम महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस रख लूं तो मैं महात्मा गांधी थोड़ी हो जाऊंगा। कुछ पार्टी फाइव स्टार होटल में मिलीं और बाहर आकर बोले कि हम इंडिया हैं। आप कैसे भारत बन सकते हैं। भारत तो पांच हजार वर्ष से हिंदुओं की तपस्या से बनी हुई देवभूमि है। ये हमारी पवित्र जननी जन्मभूमि है। आप इंडिया बनना चाहते हैं, और साथ-साथ हिंदुओं को दिन भर गाली भी देते हैं। गठबंधन का एक मुख्यमंत्री कहता है कि हिन्दू धर्म मलेरिया जैसा है। हमने कहा कि हिन्दू को ऐसे मत बोलो, तब उनका एक मंत्री ए राजा बोले कि मलेरिया तो कम है, हिन्दू एड्स है। खड़गे के लड़का बोलता है कि हिन्दू धर्म ही दुनिया से विलुप्त हो जाना चाहिए। इनको हिन्दू का वोट भी चाहिए और दिन भर उन्हें गाली भी देना है। कांग्रेस से पूछा कि ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर निकाला जाए, तो कहते हैं कि बोलने की आजादी है। यही बात अगर किसी मुसलमान के बारे में बोली जाती तो राहुल गांधी एक मिनट में उसे पार्टी से बाहर निकाल देते। कारण है- मुसलमान सर तन जुदा कर देगा। हिन्दू कुछ नहीं करेगा। इसलिए बार-बार हिन्दू को गाली देना कांग्रेस का स्टाइल बन गया है।”

बमोरी में नागरिकों का अभिवादन करते पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद।
बमोरी में नागरिकों का अभिवादन करते पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद।

हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता माने जाने वाले जयभान सिंह पवैया तो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को ‘हिरण्यकश्यप’ की संज्ञा तक दे गए। बमोरी में आयोजित सभा मे उन्होंने कहा कि ” कांग्रेसियों ने सनातनियों को गाली देना शुरू कर दिया है। कह रहे हैं कि भाजपा जीती तो सनातनियों का राज हो जाएगा। कांग्रेसियों के दोस्त कह रहे हैं कि ये सनातन धर्म वाले डेंगू और मलेरिया के मच्छर की तरह हैं, इन्हें मार डालो। कांग्रेसियों से कहना चाहता हूँ कि तुम हिरण्यकश्यप से तो बड़े नहीं हो। तब हिरण्यकश्यप का घमंड तोड़ने भगवान खंभा फाड़कर प्रकट हुए थे। कांग्रेसियों, कलयुग के हिरण्यकश्यपों… नवंबर में EVM की मशीन में से तुम्हारा काल प्रकट होने वाला है।”

सभा को संबोधित करते जयभान सिंह पवैया।
सभा को संबोधित करते जयभान सिंह पवैया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी ‘सनातन’ पर ही अपनी बात रखी। उन्होंने तो सोनिया गांधी, राहुल गांधी से जवाब मांगते हुए कहा कि “डीएमके, सपा आदि इंडिया गठबंधन के लोग सनातन पर विवादास्पद कथन कर रहे हैं। ‘सनातन का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।’ इस अपमान का आपको बदला चुकाना है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, नीतीश कुमार चुप हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर ऐतिहासिक फैसला दिया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह कभी अयोध्या गए हैं क्या। हम शबरी माता, संत रविदास के मंदिर बना रहे हैं।”

उनसे जब गुना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि क्या भाजपा यह चुनाव सनातन की बात करते गए लड़ेगी या फिर महंगाई, बेरोजगारी और विकास जैसे मुद्दे भी चुनाव में आएंगे, तो उनका कहना था कि भाजपा तो हमेशा ही विकास की बात करती है। भाजपा के राज में ही इतने विकास कार्य हुए हैं, लेकिन आज सनातन को लगातार टारगेट किया जा रहा है। सनातन का अपमान तो हर हिन्दू के दिल में चोट करता है।

सागर जिले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “याद रखना मेरी बहनों ये कांग्रेस अगर आ गई तो बिंदी और चूड़ी पहनना भी मुश्किल कर देगी। भजन नहीं होंगे, रामायण पाठ नहीं होंगे। गीता नहीं होगी। गणेश उत्सव नहीं होगा। ये कैसी इंडी है? ये कैसी कांग्रेस है ? मैडम सोनिया गांधी जवाब देना पड़ेगा तुम्हें। क्या आप भी सनातन धर्म को खत्म करना चाहती हो। राहुल गांधी को जवाब देना पड़ेगा। मैं मध्यप्रदेश की जनता से अपील और आह्वान करता हूं, उठाकर फेंक दो कांग्रेस को, हमारे धर्म का अपमान करने वाली पार्टी हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।

CM शिवराज सिंह चौहान गुना में आयोजित रोड शो में शामिल हुए।
CM शिवराज सिंह चौहान गुना में आयोजित रोड शो में शामिल हुए।

जानकारों के अनुसार भाजपा ने यात्राओं में शामिल होने जा रहे सभी नेताओं को एक प्लान भी दिया है। उसी प्लान के हिसाब से सभी नेता भाषण दे रहे हैं। भाजपा इस बार सीधे हिंदुत्व की बात न कर ‘सनातन’ के जरिये अपनी बात कह रही है। इसी बीच ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल कुछ पार्टियों के नेताओं के ऐसे भाषण सामने आए, जिन्होंने भाजपा को मौका दिया। चाहे तमिलनाडु के नेता उदयनिधि स्टालिन का बयान हो या फिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र का बयान हो, इन बयानों ने भाजपा को वो मौका दे दिया, जिसका वह बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने भी इन बयानों के सहारे अपनी रणनीति तेज की और सनातन का अपमान बताकर इन बयानों पर पलटवार करना शुरू कर दिया। जन आशीर्वाद यात्रा में पहुंच रहे हर नेता को यह निर्देश हुए की उन्हें अपनी बात ज्यादा से ज्यादा ‘सनातन’ पर रखनी है। ये एक ऐसा मामला है, जिसके जरिये जनता को ‘भावनात्मक’ रूप से अपनी ओर किया जा सकता है।