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पीएम मोदी का कांग्रेस पर फूटा गुस्सा कहा इंदिरा गांधी ने कच्चाथीवू द्वीप श्रीलंका को सौंपा था |

इन दिनों कच्चाथीवू द्वीप का मुद्दा एकबार फिर उठ गया है। कच्चाथीवू द्वीप वो द्वीप है जो हिंद महासागर में दक्षिण भारत पर श्रीलंका के बीच स्थित है। यहां लोग नहीं रहते क्योंकि यहां पर मौजूद ज्वालामुखी में आए दिन विस्फोट होते रहते हैं। बता दें कि आजादी से पहले कच्चाथीवू द्वीप भारत के अधीन था और वहीं दूसरी तरफ श्रीलंका इस पर अपना दावा ठोकता रहता था।

1947 में इंदिरा गांधी ने श्रीलंका के साथ एक समझौता किया। उन्होंने एस समझौते के तहत कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया था। इस बात का खुलासा RTI से हुआ है। इस खुलासे के बाद रविवार (31 मार्च) को पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।

पीएम मोदी ने एक बार फिर कच्चाथीवू द्वीप के मुद्दे को उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 मार्च को एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ये दावा किया कि कच्चाथीवू द्वीप भारत का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि कुछ नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कच्चाथीवू द्वीप श्रीलंका को सौंप दिया था।

पीएम ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर मीडिया चैनल की एक रिपोर्ट साझा करते हुए कहा, ” ये आंखें खोलने वाली और चौंकाने वाली! इससे पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्चाथीवू को दे दिया। इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में यह पुष्टि हुई है कि हम कभी भी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते।”

 द्वीप को श्रीलंका को सौंपते हुए दोनों देशों में एक समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत भारत के मछुआरे यहां अपना जाल सुखा सकते हैं और भारतीयों को यहां जाने के लिए किसी वीजा की भी जरूरत नहीं होगी। इंदिरा गांधी ने इसे गिफ्ट कर दिया था। इस द्वीप का मुद्दा तमिलनाडु की राजनीति में भी कई बार उठा है और सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा, लेकिन 2014 में उस समय के अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा था कि ये द्वीप अब श्रीलंका को दे दिया गया है और इसे वापस पाने के लिए यु्द्ध के सिवा कोई चारा नहीं है।