सार
विस्तार
तीसरे चरण के मतदान में प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान का शेड्यूल तय हुआ था, लेकिन इस बीच बैतूल लोकसभा प्रत्याशी के निधन के बाद यहां के चुनाव भी इस चरण में जोड़े गए हैं। इस लिहाज से 7 मई को भिंड, मुरैना, ग्वालियर, गुना, राजगढ़, भोपाल, विदिशा, सागर और बैतूल लोकसभा के लिए मतदान होगा। इन 9 सीटों पर कुल 127 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जिनकी किस्मत इन सीटों के 1 करोड़ 77 लाख मतदाता लिखेंगे। तीसरे चरण के चुनाव के लिए सबसे ज्यादा प्रत्याशी भोपाल लोकसभा से हैं। यहां करीब 22 उम्मीदवार मैदान संभाले हुए हैं, जबकि कुछ उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है या उनके फॉर्म किसी वजह से निरस्त हो गए हैं।
हाई प्रोफाइल चरण
प्रदेश लोकसभा चुनाव का यह चरण बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वजह इस चरण में शामिल गुना, राजगढ़ और विदिशा सीटों के प्रत्याशियों के सियासी कद हैं। विदिशा लोकसभा से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजगढ़ सीट से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मैदान में हैं। जबकि गुना का लोकसभा मुकाबला केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जिम्मे है। इस चरण में प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी मतदान होना है। भाजपा की सुरक्षित सीटों में शामिल इस लोकसभा के लिए बीजेपी ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
अंतिम चरण में सीएम का गृह नगर शामिल
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान 13 मई को होगा। इंदौर और उज्जैन संभाग की कुल 8 लोकसभा सीटों पर होने वाले मतदान में सीएम डॉ मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन की सीट भी शामिल रहेगी। इस चरण में इंदौर, देवास, रतलाम, मंदसौर, धार, खरगोन और खंडवा लोकसभा सीटों के लिए भी मतदान होना है। इस चरण में इंदौर लोकसभा का चुनाव लंगड़ा हो गया है। कारण यहां के कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने ऐन मौके पर दावेदारी छोड़कर भाजपा के लिए मैदान खाली कर दिया है। यहां अब भाजपा का मुकाबला चंद निर्दलीय और छोटे दलों के उम्मीदवारों से रह गया है।