सार
विस्तार
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वादशी और गुरुवार के महासंयोग पर आज सुबह 4 बजे भस्म आरती के दौरान वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर मंदिर के पट खुले हे गए। पण्डे पुजारियो ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया गया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया।
भक्त ने किया रजत मुकुट दान
श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाराष्ट्र के सतारा से पधारी भक्त सुश्री अंकिता पडतरे द्वारा पुजारी संजय शर्मा की प्रेरणा से भगवान श्री महाकालेश्वर जी को 1 नग चांदी का मुकुट (मय कुंडल) भेंट किया। जिनका कुल वजन लगभग 1278 ग्राम है। जिसे श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के दर्शन व्यवस्था प्रभारी राकेश श्रीवास्तव द्वारा प्राप्त पर दानदाता का सम्मान किया गया।