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व्रजेंद्र कृष्ण प्रभुजी ने छात्रों से की अध्यात्मिक और जीवन उपयोगी चर्चा, बताया कैसे जीत सकते हैं

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सार

विस्तार

बुद्धिमत्ता का सही उपयोग मन को नियंत्रित करता है, न कि मन बुद्धिमत्ता को। कठिन परिस्थितियों में भी बुद्धिमानी का उपयोग कर जीत हासिल की जा सकती है। समझदारी और समर्पण के साथ हम जीवन के जटिल और चुनौतीपूर्ण समय में भी सही निर्णय लेकर आगे बढ़ सकते हैं। यह बात इस्कॉन उज्जैन के सह अध्यक्ष व्रजेन्द्र कृष्ण प्रभुजी ने लगभग 350 छात्रों से अध्यात्मिक एवं जीवन उपयोगी विषयों पर गहन चर्चा करते हुए कही।

अमलतास मेडिकल कॉलेज में गणेशोत्सव में प्रभुजी ने कुछ रोचक और हास्यप्रद घटनाओं के माध्यम से छात्रों को जीवन में ज्ञान का महत्व समझाया। प्रभुजी ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए, जिसमें आत्मा, जीवन का उद्देश्य और प्रकृति के तीन गुणों सत्व, रजस और तमस के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर अमलतास यूनिवर्सिटी के कुलगुरु शरत चन्द्र वानखेड़े, विभिन्न विभागाध्यक्ष आर के सिंह, रूपल जैन तथा भूषण पाटिल भी उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम प्रभुजी का उज्जैन शहर में 11वां कार्यक्रम था। जुलाई और अगस्त में दस कार्यक्रमों के बाद, यह एक तरह से उनकी दूसरी पारी के रूप में देखा जा रहा है। उनकी शिक्षाएं और आध्यात्मिक मार्गदर्शन शहर के युवाओं के बीच गहरी छाप छोड़ रहे हैं।