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उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के दौरान गुरुवार को बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल को भांग और फूलों की माला से सजाया गया। इससे पहले भक्तों को दर्शन देने के लिए बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। इसके बाद भस्मारती की गई।
श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में त्रिदंडी रामानुज चिन्नाजीयर स्वामी महाराज (हैदराबाद) का शुभ आगमन हुआ। प्रवास के दौरान महाराज श्री ने संस्थान के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच प्रेरक मार्गदर्शन और आशीर्वचन प्रदान किया। स्वामी जी ने कहा कि वैदिक शिक्षा को और अधिक समृद्ध करने की आवश्यकता है। उन्होंने समिति से आग्रह किया कि वर्तमान में यहां एक वेद की शाखा का अध्ययन हो रहा है, अन्य वेदों की शाखाओं का अध्ययन भी प्रारंभ किया जाए। उत्तर और दक्षिण भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान हेतु छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण के लिए स्टैचू ऑफ इक्वलिटी का दर्शन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि मैं अपने गुरुकुल के छात्रों को महाकाल के दर्शन के लिए भेजूं। महाराज का स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ. पीयूष त्रिपाठी और प्राचार्य अपूर्व पौराणिक ने किया। इस अवसर पर चरण पूजन और सम्मान पत्र समर्पित किया गया। वेदाचार्य स्वामी पुनीतानंद और संस्थान के शिक्षक-कर्मचारी भी उपस्थित रहे।