प्रकाश त्रिवेदी की कलम से

*अब तो जागो नेताजी *

माना की कतिपय खास कारणों से आपको (जनप्रतिनिधियो) को सिंहस्थ की तैयारियो से दूर रखा गया हो लेकिन अब पानी सर के ऊपर तक आने बाला है। अब आपके जागने का समय है।
मेला क्षेत्र में शौचलय और पानी को लेकर हाहाकर मचा है और आप चुप है। पूरी दुनिया की नज़र सिंहस्थ पर है सरकार और संगठन दोनों ने उदारता दिखाई है हजारो करोड़ खर्च किए है। पानी और शौचालय के कारन सब पर पानी फिरना तय है। अब सांसद विधायको पार्षदो को आगे आना होगा। मेला क्षेत्र में कमर कसकर उतारना पड़ेगा। सीधे सीधे अपने अनुभव और प्रभाव से समस्याये हल कराना होगी। अनुभवहीन और बिगाड़ा करने बाले अफसरों को मैदान से हटाना पड़ेगा। सफाई और शौचालय व्यवस्था से जुड़े अफसर चाँदी काटने के चक्कर में है। उन्हें तत्काल हटाना जरुरी है। शौचालय के ठेके में समय अवधि को लेकर गलफत है उसे ठीक करना होगा। नेताजी अब आप लोगो को अपनी राजनितिक सी आर की चिंता छोड़नी होगी। उज्जैन कीआन बान और शान का सवाल है अधकचरे अधिकारियो के भरोसे सिंहस्थ नहीं होगा। सी एम साहब दिल खोलकर सुविधा देना चाहते है उनकी मंशा सिर्फ आप ही पूरी कर सकते हो।
राजनितिक गुना भाग छोड़कर सांसद विधायको और पार्षदों को मैदान में आना होगा। जरुरत लगे तो समग्र स्वच्छता अभियान की टीम का भी सहयोग लिया जा सकता है।
अब समय जागने का है।