प्रकाश त्रिवेदी की कलम सेभोपालमध्य प्रदेश

संघ-भाजपा समन्वय बैठक। उधर माखन निकालने की कवायद ,इधर माखन पाने की कोशिश।

भोपाल। शारदा विहार में समाज जीवन के अनुभवी विचारक मंथन में लगे है ताकि विचार और योजना के रूप में सर्वस्पर्शी माखन प्राप्त हो सके इधर शिवराज अपनी मण्डली के साथ इस माखन को सबसे पहले पाने की हरसंभव कोशिश में जुटे है। 

प्रतीकात्मक रूप में मुख्यमंत्री निवास में मटकी फोड़ आयोजन और उसमें अमित शाह सहित संघ भाजपा के श्रेष्ठी वर्ग की उपस्तिथि शिवराज की मनोकामना को इंगित करती है।
13 साल की सत्ता के बाद भी भाजपा शासित राज्यों में संघ एजेंडे के अनुरूप काम नहीं होना यह दर्शाता है कि कही ना कही संगठन की पकड़ कमजोर हुई है। परिणामस्वरूप सत्ता मजबूत होती गई और संगठन हाशिए पर आता गया।
संघ की खास चिंता अपने कैडर की नाराजगी है जिसे अब अनदेखा करना खतरे से खाली नहीं है। कैडर वैचारिक लकवे से ग्रस्त भाजपा को लेकर गुस्से में है, भाजपा सरकारों में शिक्षा,संस्कृति, जैसे कोर विषयो पर काम नहीं हुआ है। किसान संघ की नाराजगी गहरा रही है,भाजपा का बूथ पर बैठने वाला कार्यकर्त्ता निराश है उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। बाहरी तत्व पार्टी में आकर सत्ता का सुख भोग रहे है। कांग्रेस सरकार में सत्ता के भागीदार रहे अधिकारी, दलाल टाईप लोग अब भी पॉवर में है।
इन सारे प्रश्नों को सुलझाने के लिए संघ ने अमित शाह को तलब किया है ताकि उनकी मौजूदगी में ठोस हल निकाला जा सके।
पिछले एक साल से संघ विचारको के समूह ने सत्ता और संगठन के लिए सहमति के बिंदु,कामन एजेंडे को तैयार किया है जिसे सरकार की वैधानिक व्यवस्था के अनुरुप बनाया गया है,को संघ तत्काल लागू करना चाहता है। शिवराज इसे माखन समझकर सबसे पहले लपकना चाहते है।
संघ सूत्र बताते है कि इस एजेंडे के अनुसार सत्ता में कार्यकर्ताओ की भागीदारी सुनिश्चित की जा जायेगी। संगठन मंत्री प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन होगा। मंत्री अपने कामकाज का लेखाजोखा हर माह संगठन को देंगे।
बहरहाल कायकर्ताओं को साधने का काम शुरू होने वाला है।

प्रकाश त्रिवेदी @samacharline