प्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

विजयवर्गीय के ट्वीट पर रामलाल की नसीहत।

ग्वालियर। मध्यप्रदेश सरकार के कामकाज पर भाजपा नेताओ के बोल बचाने को भाजपा के केंदीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने कार्यसमिति की बैठक में बोल बचन करने वाले नेताओं को आड़े हाथ लिया। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट के बाद, राजेश भदौरिया,अभिषेक भार्गव जैसे कई नेताओं ने सरकार और नौकरशाही पर सवाल उठाए थे। रामलाल ने नेताओ को नसीहत दी कि जिसका जो काम हो वही करे हरेक को प्रवक्ता बनने की जरुरत नहीं है।
रामलाल ने अपने संबोधन में पाँच मिनिट तक बार बार ट्वीट करने वाले,मिडिया के सामने हर मुद्दे पर बोलने वाले नेताओं को सख्त नसीहत दी। उन्हें अपने काम से मतलब रखने की सलाह दी।
गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय लगातार कई दिनों से सरकार और नौकरशाही पर निशाना साध रहे है। उनके देखा देखी कई और नेताओं के स्वर भी मुखर होना शुरू हो गए थे।
कार्यसमिति की बैठक के उदघाटन में प्रदेश के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे द्वारा तंत्र के हावी होने की बात कहकर इन स्वरों को हवा दी थी।
सारा माजरा समझने के बाद शिवराज ने रामलाल और अमित शाह को इसकी जानकारी दी।
शिवराज के ग्वालियर पहुचने तक सब कुछ ठीक हो चूका था।
कार्यसमिति की कमान फिर शिवराज के हाथ में आ चुकी थी।
शिवराज और रामलाल की लंबी बातचीत के बाद रामलाल ने अपने उदबोधन में इन नेताओं को आईना दिखा दिया।
बहरहाल देखना है रामलाल की नसीहत का कितना असर होता है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline