उज्जैनप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

महाकाल कब मुक्त होंगे अवैध मांस दुकानों से ?

 उज्जैन समाचार लाइन।

योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही यूपी को अवैध बूचड़खानों से मुक्त करने का अभियान शुरू कर दिया है। महाकाल भक्त मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 13 साल में भी बाबा महाकाल के आस पास और पहुंच मार्गो पर यत्र-तत्र फैली अवैध मांस बिक्री की दुकानों को बंद नहीं करा पाए है।

अनेक आंदोलन, धरने हुए, ज्ञापन दिए गए,और तो और राम स्नेही संप्रदाय के संत प्रतीतराम रामस्नेही से तो पूरा जीवन उज्जैन और महाकाल को मांस विक्रय से मुक्त कराने में लगा दिया और अंततः वे सफल नहीं हुए और साकेतवासी हो गए।

संघ के विचार परिवार से जुड़े अनेक संगठनों से भी समय समय पर आंदोलन किए गये पर नतीजा शून्य रहा। मुख्यमंत्री शिवराज ने आश्वासन तो खूब दिए पर कभी कार्यवाई नही की। प्रशासन ने भी दिखावे के लिए सावन माह में अस्थाई रुप से दुकानें बंद कराकर आँख मूँद ली।

सिंहस्थ महाकुम्भ में भी प्रशासन सोया रहा और मुख्यमंत्री रोज इन मार्गों से गुजरते रहे। फिर भी सबकी आँखे बंद ही रही । महाकाल के अनन्य भक्त शिवराज शायद महाकाल के तीसरे नेत्र खुलने का इंतजार कर रहे है। मीठी मीठी बात करके वे जनता को तो बहला सकते है पर महाकाल को क्या जवाब देंगे।

लाख टके का सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री इतने असहाय क्यों है ? क्यों प्रशासन अवैध मांस विक्रय पर कार्यवाई से बच रहा है? क्यों नगरनिगम इन दुकानों की वैधानिकता की जाँच नहींकरता है ? जब केंद्र सरकार पूर्णतः वातानुकूलित मांस विक्रय बाजार के लिए पैसा दे चुकी है तो नगरनिगम ने मार्केट क्यों नहीं बनाया ?

यदि सवाल रोजगार का है तो जब सब्जी मंडी हटाई जा सकती है तो मांस की दुकानें क्यों नही ? शहर में महाकाल से दूर किसी स्थान का चयन कर वहाँ मांस विक्रय मार्केट बनाया जा सकता है। मांस विक्रेताओं को भी आगे आने की जरुरत है। महाकाल उज्जैन की पहचान है। हम अपने आराध्य के लिए इतना भी नहीं कर सकते क्या ?

मुसलमान भाईयों को दरियादिली दिखानी होगी और वे आगे आए और महाकाल को पाक परिवेश दे ताकि सही मायने में सद्भावना नजर आए। हिंदू और मुस्लिम जनप्रतिनिधियों को मिल बैठकर इस मामले में मिसाल कायम करनी होगी। हमारे पार्षद कब तक पैसे के पीछे भागेंगे ? कब तक पुलिस वाले माहवारी लेते रहेंगे ? कब तक कलेक्टर और खाद्य प्रशासन आँख बंदकर बैठेगा ? कब तक समाजसेवी अपनी छपास सुधा की पूर्ति करते रहेंगे? महाकाल के भक्त मुख्यमंत्री कब महाकाल और उनके भक्तों को इस समस्या से निजात दिलाएंगे ?

बहरहाल मांस बिक रहा है,गली गली में कत्लखाने है,नालियां गवाह दे रही है,पर किसी को परवाह नहीं है। सुबह भस्मारती में आने वाले भक्त हो या देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु सबके सब बकरे और मुर्गो को लटका हुआ देखकर ग्लानि महसूस करते है । यह चीज़ हमें शर्मसार करती है । शिवराज जी योगी आदित्यनाथ यहाँ आकर आपसे इस समस्या को निबटाने को कहे , उसके पूर्व कुछ कर के दिखाकर स्वयं को महाकाल भक्त साबित कीजिए ।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline