प्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

खलघाट में “किसान” गायब,सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ता ही आए।

खलघाट। अपने पिता सुभाष यादव के नक्शे कदम पर चलने के प्रयास में मध्यप्रदेश काँग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव लड़खड़ा गए है। आज खलघाट पर आयोजित कांग्रेस की किसान पंचायत में गिने चुने किसान पहुंचे। भीड़ तो थी पर कमलनाथ,ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण यादव,सुरेश पचौरी के समर्थकों की थी।
दिवंगत सुभाष यादव के साथ किसान खड़ा रहता था,उनके बेटे अरुण यादव पर किसान को उतना भरोसा नही है।
मंदसौर में किसान आंदोलन में 6 किसानों की पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद किसानों की राजनीति में उबाल आया हुआ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उपवास के जबाब में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सत्याग्रह ने कांग्रेस की राजनीति में हलचल मचा दी है। सिंधिया के मास्टर स्ट्रोक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी नर्मदा परिक्रमा की अनुमति कांग्रेस हाईकमान से मांगी है।
अरुण यादव ने किसान आंदोलन का श्रेय विधायक जीतू पटवारी के खाते में जाने के बाद अपनी सक्रियता और ताकत दिखाने के लिए खलघाट में नर्मदा के किनारे किसान पंचायत का आयोजन किया था। ताकि अपने पिता की तरह खलघाट से उनकी भी किसान नेता की छवि बन सके।
खलघाट में कांग्रेस की एकता दिखाने के लिए कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया,सुरेश पचौरी,अजय सिंह तो पहुंचे। दिग्विजय सिंह नही आए,हालांकि उनके विधायक बेटे जयवर्धन सिंह जरूर आए। उल्लेखनीय है कि 1993 में मुख्यमंत्री न बन पाने से नाराज सुभाष यादव जब भी नाराज होते थे वे तब के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को ताकत दिखाने के लिए खलघाट पर किसान आंदोलन करते थे और राजमार्ग रोककर राजसत्ता से अपनी बात मनवा लेते थे। लेकिन खलघाट से उनके पुत्र अपनी राजनीतिक हैसियत नही बना पाए,उल्टे कमलनाथ और सिंधिया मजमा लूट गए।
गौरतलब है कि अरसे से जननेता और किसान नेता की छवि बनाने में जुटे अरुण यादव अपनी पहचान नही बना पाए है। आमजनों के बीच उनकी पहचान नदारत है,कांग्रेस के ही कार्यकर्ता उनको भाव नही देते है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अनुगामी होकर-उपवास के बदले सत्याग्रह,किसान संवाद के बदले किसान पँचायत, नर्मदा सेवा यात्रा के जबाब में दिग्विजय की संभावित नर्मदा परिक्रमा-कांग्रेस उनसे निबटना चाहती है।
बहरहाल खलघाट में कमलनाथ के लोग थे,सिंधिया के समर्थक थे,अरुण यादव के अनुयाई थे,नही थे तो सिर्फ किसान।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline