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23 घंटे रहेगा पुष्य नक्षत्र धनतेरस पर कलानिधि योग, दीपावली से पहले खरीदारी का चलेगा चक्र

दीपावली से पहले खरीदारी का चलेगा चक्र
23 घंटे रहेगा पुष्य नक्षत्र धनतेरस पर कलानिधि योग
ज्योतिष प्रणीता बागलीकर
देवास। दिवाली से पहले बाजार में खरीदी के तीन योग बन रहे हैं इन्हीं लोगों में व्यापारियों को जोरदार ग्राहकी की उम्मीद है इसमें एक साथ होने पर पुष्य नक्षत्र एवं कलानिधि योग बनता है। इस दिन प्रदोष काल में की गई पूजा अर्चना से धन वैभव में वृद्धि होती है। वही दीपावली के 6 दिन पूर्व 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र होने से बाजारों में विशेष रोनक रहेगी इतना ही नहीं इस बार पुष्य नक्षत्र 23 घंटे तक रहेगा। इससे सोना चांदी के साथ ही स्थाई संपत्ति में निवेश करना भी लाभदायक रहेगा।
17 अक्टूबर मंगलवार को धनतेरस प्रदोष बेला के साथ हैं इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र प्रदोष होने से समय ग्रह स्थिति में वृषभ लग्न से पंचम में शुक्र मंगल एवं चंद्रमा की युति से धन लक्ष्मी योग श्री वृद्धि योग एवं श्री वत्स एक साथ पढ़ रहे हैं । एक तीन योगों के एक साथ होने से कलानिधि योग बन रहा है ज्योतिषयों के मुताबिक ऐसा सहयोग चार दशकों के बाद अब बन रहा है। इस योग में महालक्ष्मी पूजन से धन-धान्य में वृद्धि के साथ ही सुख समृद्धि भी प्राप्त होती है। धनतेरस पर आरोग्य के देवता धन्वंतरि का जन्म भी समुद्र मंथन से हुआ था यह आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं।
साध्य योग एवं शुभ योग बाजार में कराएगा धनवर्षा
दीपावली के 6 दिन पहले 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र पढऩे से बाजार में खासी रौनक रहेगी। यह पुष्य नक्षत्र 13 अक्टूबर को सुबह 10.24 से प्रारंभ होकर 14 अक्टूबर शनिवार को सुबह 9 बजकर 29 मिनिट तक रहेगा सााि ही इसकी अवधि करीब 23 घंटे रहेगी। पुष्य नक्षत्र का सहयोग साध्य योग एवं शुभ योग एक साथ होने से बाजार में धनवर्षा कराएगा। इस दिन की गई खरीदारी समृद्धि कारक रहेगी। पुष्य नक्षत्र की धातु सोना है जिसे खरीदने से अत्यधिक लाभ होता है जबकि 14 अक्टूबर को शनि पुष्य होने से भूमि,भवन,वाहन व अन्य स्थाई संपत्ति में निवेश करने से अच्छा लाभ होगा। इसके अलावा इसी माह 7,9,1112 एवं 18 अक्टूबर को सर्वथा सिद्धि योग भी बन रहा है।
दीपदान का महत्व
धनतेरस पर यमराज को दीप दान करने से परिवार में अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। इस दिन भगवान कुबेर के साथ महालक्ष्मी का पूजन विधि विधान से किया जाता है।
इन वस्तुओं की खरीदारी शुभ
धनतेरस के दिन गणेश लक्ष्मी की मूर्ति,धातु के बर्तन स्टील को छोड़कर सोना या चांदी के बने आभूषण श्री यंत्र, स्फाटिक का, झाड़ू, वस्त्र काले रंग को छोड़कर,नमक,कोदी शंख,धमिया खड़ा, इलेक्ट्रॉनिक आयटम,मिट्टी के दीपक,गोमती चक्र,कुबेर की फोटो,रुद्राक्ष 7 मुखी की खरीदारी शुभ मानी जाती हैं। खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 02 मिनिट से 12 बजकर 24 मिनिट तक लाभ,दोपहर 12बजकर 28 मिनिट से 1बजकर 24 तक अमृत एवं प्रदोष बेला में शाम 6.00 बजे से 6बजकर 15 मिनिट बजे तक है।