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बायपास का निर्माण 25 सालों के संघर्ष का परिणाम है- ताई

इन्दौर में बनाये गये बायपास पर सर्विस रोड बनवाने के लिये कई वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा है। लगातार संघर्षों से बायपास बना। इस पर सर्विस रोड बनाया गया, वो भी व्यवस्थित नहीं बनाया गया था, किन्तु अब केन्द्र में सरकार बनते ही सड़क निर्माण में जो गति आई है, वह अचंभित कर रही है। उसी का परिणाम है कि 89 करोड़ की लागत से 32 किमी. मांगलिया जोड़ से राऊ तक व्यवस्थित सर्विस रोड और लाइट लगाने के कार्य राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण करेगा। यह बात लोकसभी अध्यक्ष एवं सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कार्यक्रम के उद्घाटन में कही।
ताई ने कहा कि नितिन गडकरी ऐसा व्यक्तित्व है जो काम को व्यवस्थित और कम लागत में कैसे किया जाता है, उसके प्रबंधन गुरु है। गडकरीजी ने देश में सड़क मार्ग, जल मार्ग और रेलमार्ग बनाने की जो जिम्मेदारी ली है वो सराहनीय है। इससे देश को विश्व में नंबर वन बनाने के लिये युद्ध स्तर पर कार्य शुरू हो गया है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि पुरानी सरकार के समय 2 किमी. प्रतिदिन सड़क निर्माण हो रहा था, अभी 28 किमी. प्रतिदिन सड़क बन रही है। अगले साल से 40 किमी. प्रतिदिन की दर से सड़क का निर्माण कार्य होगा। पूरे देश में सड़क निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है।
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने इन्दौर के जनप्रतिनिधियों और लोकसभा अध्यक्ष की माँग पर भंवरकुआ से तेजाजी नगर रोड को सर्विस लेन के साथ फोरलेन रोड बनाने की घोषणा भी की। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि इसकी कार्ययोजना बना ली गई है। 117 करोड़ रूपये की लागत से इसका निर्माण कार्य पूर्ण होगा।
इन्दौर-मनमाड़ रेल लाइन का कार्य भी रेल-पोर्ट कनेक्टिविटी योजना के अन्तर्गत एनएचआई 6000 करोड़ की लागत से करेगा। इसका कार्य 4 माह में शुरू कर दिया जायेगा। इन्दौर-मनमाड़ रेल लाइन का कार्य पहले केन्द्र सरकार व राज्यों के मध्य वित्तीय विभाजन के आधार पर होना था, किन्तु राज्य सरकारों द्वारा वित्तीय समस्या के कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा था। अब इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बनायेगा। इस मार्ग के बनने से दिल्ली और चैन्नई के बीच की दूरी 325 किमी कम हो जायेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि केन्द्र में सरकार बनने के बाद आधारभूत संरचना पर सर्वाधिक ध्यान दिया गया है। देश में कई लाख करोड़ के कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। पहले की सरकारें पैसे की कमी का आधार लेकर काम नहीं करती थी। अब हम जल्दी ही जनता को 7.75 लोन की दर की स्कीम लाने का विचार कर रहे हैं। जनता से सावधि जमा लेकर उन्हें प्रति माह से वार्षिक आधार पर ब्याज देंगे और जनता के पैसे से विकास के कार्य करेंगे। देश में पैसे की कमी नहीं है। केवल काम करने की इच्छाशक्ति हो तो हर काम पूरे होते हैं। मंत्री श्री गडकरी ने बताया कि इन्दौर-अहमदाबाद मार्ग का काम दिसम्बर तक पूर्ण हो जायेगा। मध्यप्रदेश के 9 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जा चुकी है। इनका काम भी प्रगति पर है।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि दो दिन पूर्व गुजरात में 5 हजार करोड और अंडमान में 10 हजार करोड़ के कार्य का भूमिपूजन किया है। इन्दौर में भी 500 करोड़ के कार्यों का जल्दी ही शुभारंभ होगा। पश्चिम रिंग रोड पर यदि 40 प्रतिशत जमीन सरकारी है और 60 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण कर हमें दी जाये तो कुछ माह में ही 700 करोड़ की लागत से रोड का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। मांगलिया से राऊ तक 16-16 किमी दोनों ओर के सर्विस रोड बनाये जायेंगे, जिसमें एक अन्डरपास और 14 छोटे पुलों का निर्माण होगा। 11 किमी. तक लाइट का काम भी किया जायेगा। 50 किमी. खुली नालियों को ढका जायेगा। एमआर-10 पर फ्लाई ओवर बनाने की माँग की भी मंजूरी दी। एमआर 3 पर अंडरपास और कैलोद गाँव में 28 करोड़ की लागत के अंडरपास की भी मंजूरी प्रदान की।
केन्द्रीय सड़क मंत्री ने कहा कि देश में सड़क इन्जीनियरिंग और उसके अनुसंधान की कमी के साथ मानवीय गलती से प्रतिवर्ष 5 लाख दुर्घटनाएं होती हैं और उसमें एक लाख 50 हजार के लगभग लोगों की मौत हो जाती है। वे स्वयं भी परिवार के साथ ऐसी दुर्घटना का शिकार हुये हैं। मंत्री बनने के बाद सबसे पहले यही काम किया है। दुर्घटना जोन चिन्हित कर उसे ठीक करना और वैज्ञानिक आधारों पर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़कों का जाल फैलाने के साथ जलमार्ग को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि अभी सोपा के कार्यक्रम में बताया गया कि इन्दौर से बांग्लादेश सामान भेजने में 20 डालर प्रति टन की लागत आ रही है। उन्हें सलाह दी कि वह अपना सामान साहिबगंज तक रेलमार्ग से अपना सामान भेजे, वहाँ से जलमार्ग के द्वारा बांग्लादेश तक उनका सामान पहुंचेगा और 12 डालर प्रति टन की दर से सामान पहुंच जायेगा। लागत कम करके ही अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में आगे रहा जा सकता है। देेश में पहली बार रिवर ट्राफिक कन्ट्रोल बनाया गया है। गंगा नदी में बनारस से हल्दिया तक जलमार्ग बनाया गया है। उसमें फाइव और सेवन स्टार छोटे जहाज चलाये जा रहे हैं। नदी पोर्ट बनाकर पर्यटन के साथ व्यापार को भी बढ़ाया जा रहा है। इन्दौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी के बी आर टी एस रोड पर एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव पर कहा कि इसकी लागत कम की जाये और 50 टन क्षमता का प्रस्ताव बनाकर लायें, उसे जल्द ही अनुमति दी जायेगी।
महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने रिवर फ्रंट कोरिडोर और खान शुद्धिकरण का प्रस्ताव भी रखा, जिस पर मंत्रीजी ने कार्ययोजना बनाकर दिल्ली आने की बात कही।
कार्यक्रम में विधायकगण श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री रमेश मेन्दोला, सुश्री उषा ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार, श्री कैलाश शर्मा, कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े भी मंच पर उपस्थित थे।
म.प्र. शासन के लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने कहा कि केन्द्र में सरकार आने के बाद विकास कार्यों को जो गति मिली है वो विश्व को अचंभित कर रही है। प्रदेश में चम्बल एक्सप्रेस वे, नर्मदा एक्सप्रेस वे, सतना राष्ट्रीय राजमार्ग, सागर-साँची मार्ग, मनगंवा मार्ग, रीवा-सीधी मार्ग, इन्दौर-हरदा मार्ग शुरू हो गये हैं और समय से पहले ही पूर्ण कर लिये जायेंगे। इन्दौर में विभाग 29 मार्ग को बना रहा है जो 93 किमी के हैं। आज दूसरे राज्यों से आने वाले लोग भी प्रदेश की सड़कों की प्रशंसा करते हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
क्रमांक /राठौर