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प्याज के बाद अब आलू के गिरते भाव से किसान परेशान , सरकार को अब दूसरा संकट तो………….!

प्याज के बाद अब आलू के गिरते भाव से किसान परेशान
सरकार को अब दूसरा संकट तो………….!
देवास। इस बार किसानों को आलू रूला रहा है। 4 से 6 महीने वेयर हाऊस में सुरक्षित रखे जाने के बावजूद आलू को सही दाम नहीं मिले। अब तो मंडी में हालात यह है कि न वाजिब भाव मिल रहा है और न फड़ पर जगह मिल रही है। इन दिनों देवास की बड़ी एवं छोटी सब्जी मंडी में हजारों आलू की बोरी यहां-वहां बिकवाली के लिए आ रही है। आढ़त व्यवसाय करने वालों के अनुसार अगले माह तक किसी भी सुरत में किसानों को अपना आलू वेयर हाऊस से हटाना है क्योंकि दिसम्बर महीना बीतते ही नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी।
ऐसे में किसानों के पास अपना आलू मंडी में भेजने के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं बचा है। स्थिति यह है कि रखा आलू तेजी से सडने लगा है और उचित दाम न मिलने से आलू अब किसान यहां वहां भी फेंकने लगे हैं। स्थिति यह है कि एक रुपये किलो बिका प्याज सरकार ने किसानों से खरीदकर प्रदेश से बाहर भेज दिया तो यही प्याज अब बाजार और मंडी में 35 से 40 रुपये किलो के भाव बिक रहा है। बंपर पैदावार और दाम को लेकर फजीहत में पड़ी सरकार को अब आलू के गिरे दामों के कारण दूसरा संकट तो कही झेलना नही पड़ सकता है।
दो दिन में ही सडऩे लग जाता है आलू

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सस्ता दाम सुनकर अच्छे मुनाफे के लिये ठेले-सब्जी के खेरची व्यापारी आलू खरीद भी रहे है किन्तु दो दिन में ही आलू सडने लगा है और बदबू पैदा हो जाती है। ऐसे आलू के सेवन सेे स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव हो सकता है। लोग सब्जी, समोसे, आलू टिकिया, चाट, पानी पतासे, पावभाजी व अन्य उपयोग हेतु आलू की खरीदी करते है। चिकित्सकों का कहना है कि जरा भी सडन व बदबू आने की आशंका वाला आलू इस्तेमाल न करें। क्योंकि पहले ही 4-5 माह से कोल्ड स्टोरेज के बाद सामान्य तापमान में आने तथा इसकी खराब स्थिति पेटदर्द, उल्टी, डी हाईडे्रशन, पीलिया, लीवर आदि की बिमारी पैदा कर सकती है।
वेयर हाउस का किराया आधिक
इन दिनों मंडी में प्रतिदिन हजारों आलू की बारी आ रहा है। दाम प्रति 60 किलो की भर्ती वाले बोरे पर महज 80 से 100 रुपये ही मिल पा रहे हैं, जबकि किसानों को वेयर हाउस में आलु रखने के लिए 180 रुपये प्रति बोरा किराया चुकाना पड़ रहा हे। मंडी में ही सब्जी, आलू प्याज, फल की बिकवाली भी होती है। वहीं आलू के दाम औंधे मुंह आ गिरे हैं। और खेरची में तो 10 रुपये का तीन चार किलों आलू बेचा जा रहा है। वेयर हाउस में रखे आलू का भाड़ा भी ज्यादा है इसलिए किसान सीधे मंडी में ही आलू बेचने आ रहा है लेकिन अत्यधिक मात्रा में आलू आने से दाम प्रति बोरा (60 किलो) 80 से 100 रुपये ही मिल पा रहा है।