उज्जैनदेशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

कलेक्टर संकेत भोंडवे का फोकस खुद पर ज्यादा मुख्यमंत्री पर कम।

उज्जैन। कलेक्टर की प्राथमिकता में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पहले होना चाहिए या वो कार्यक्रम जिसके कारण उन्हें(कलेक्टर) को केंद्र से पुरूस्कार प्राप्त हो रहा है। पुरुस्कार की लोकेषणा में कलेक्टर मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप भावन्तर योजना के शुभारंभ कार्यक्रम को ठीक से नही देख पाए। उन्होंने मंच व्यवस्था में गलती की,भावन्तर भुगतान की प्रणाली को नही परखा लिहाजा अनेक किसानों के भुगतान अटक गए। अब जब पोर्टल खुलेगा तभी इनका भुगतान हो पायेगा। भावन्तर योजना के भुगतान अटके,दोषी कौन?। विभाग तकनीकी त्रुटि बता रहा है,भावन्तर योजना के पंजीयन 12 अंको में थे किसानों को 11 ही अंक मिले, बैंकों के आईएफसी कोड भी गलत डाले गए। इतनी बड़ी लापरवाही उस योजना में जिसका उज्जैन से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शुभारम्भ कर रहे थे।
बेचारे मुख्यमंत्री मंच पर लेपटॉप का इंटर बटन दबाकर बोलते रहे कि एक ही क्लिक में भावन्तर का पैसा किसानों के खाते में पहुंच गया।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में यह लापरवाही कैसे हुई,क्या भुगतान पूर्व डेटा चेक नही हुआ,क्या बैंकों ने जानकारियों का परीक्षण नही किया।
कृषि उपज मंडी के खाते से पैसा ट्रांसफर होना था क्या मंडी के अकॉउंट विभाग ने भी पंजीयन संख्या और बैंक कोड नही जांचे।
पूरे प्रदेश में मंडी, जिला प्रशासन,और कृषि विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री को नीचा दिखा रहे है।
मुख्यमंत्री जी के किसानों से सरोकार वाले सारे कार्यक्रमो में कुछ न कुछ गड़बड़ी हो रही है,आखिर क्यों?।
भारतीय किसान संघ मुख्यमंत्री की नीतियों का आलोचक है इस संगठन के ही पदाधिकारी हमेशा किसानों से संबंधित कार्यक्रम के सूत्रधार होते है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कलेक्टर लोकेषणा से पीड़ित है। हर काम का खुद श्रेय लेना चाहते है। मातहत काम करते है,साफा कलेक्टर बंधवा लेते है।
हालांकि दिव्यांगों के लिए कलेक्टर ने बहुत काम किया है।
राजनीतिक जानकर मानते है कि कलेक्टर मुख्यमंत्री के प्रति उतने जबाबदेह नही रहते है जितने केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के प्रति।
श्री गहलोत के सारे दिशानिर्देश वे पालन करते है,पूरा प्रशासन झोंक देते है,जबकि सीएम के कार्यक्रम में उनका रुझान कम रहता है।
मुख्यमंत्री के हर कार्यक्रम में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का विवाद होता है। छपता भी वही ज्यादा है।
बहरहाल मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजना में पलीता लगाकर प्रशासन भाजपा,मुख्यमंत्री और किसानों के बीच खाई बनाने का काम कर रहा है। आखिर क्यों संगठन के पालनहार ध्यान दे।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline.com