उज्जैनदेशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

संघ की बड़ी बैठक-वृन्दावन में हुए निर्णयों की समीक्षा होगी उज्जैन में।

उज्जैन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक 31 दिसम्बर से 4 जनवरी तक उज्जैन में होने जा रही है। इस बैठक के सिलसिले में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत सात दिन उज्जैन में रहेंगे। बैठक में सितंबर में वृन्दावन में हुई अखिल भारतीय समन्वय बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की जाएगी,और दिए गए निर्देशों के पालन पर संबंधितों से पालन प्रतिवेदन लिया जाएगा। सांगठनिक मुद्दे के अलावा इस बैठक में समसामयिक विषय के रूप में देश के राजनीतिक,आर्थिक एवं सामाजिक हालातों पर भी चर्चा होगी।

संघ में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पहले कोर ग्रुप जिसमे सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सर कार्यवाह भैया जी जोशी सहित सभी सह कार्यवाह होते है,की बैठक होगी। जिसमें संघ कार्य की सूक्ष्मता से पड़ताल होगी। नीतियों पर विचार होगा तथा केरल,त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में संघ कार्य को लेकर रणनीति तय होगी। इस बैठक में गुजरात चुनाव की समीक्षा और केंद्र तथा राज्यों की भाजपा सरकार के कामकाज पर भी निर्णायक चर्चा हो सकती है।
इसके बाद अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के 21 सदस्य बैठेंगे। यह विशुद्ध संगठन की बैठक होगी। इसमें जिला,विभाग,प्रान्त,क्षेत्र की दृष्टि से संघ कार्य की समीक्षा होगी। इसमें संघ व्यवस्था में आंतरिक चुनाव का भी प्रतिवेदन प्रस्तुत होगा। कई नए लोगो को व्यवस्था में प्रवेश मिलेगा एवं कई निवृत होंगे।
बाद में कुछ अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी इस बैठक का हिस्सा बनेंगे।
संघ की इस बड़ी बैठक के अनन्तर छोटे छोटे समूह में भी अलग अलग बैठक होती रहेगी। जिन्हें टोली चर्चा कहा जाता है।
संघ सूत्रों के अनुसार इस अवसर पर भारत सेवा न्यास द्वारा निर्मित भारत माता मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भी 4 जनवरी को होगा इसमें संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत सहित निवर्तमान शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद जी,जूना अखाड़े के आचार्य स्वामी अवधेशानंद जी सहित अनेक अध्य्यात्मिक हस्तियां शामिल होगी।
संघ प्रमुख एक सप्ताह उज्जैन में रहने वाले है,लेकिन उनका प्रकट कार्यक्रम अभी तक भारत माता मंदिर का उदघाटन ही है।
संघ सूत्रों के अनुसार संघ प्रमुख 5 जनवरी से शुरू हो रहे महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आयोजन अंतरराष्ट्रीय शैव महोत्सव के उदघाटन सत्र में शामिल हो सकते है। हालांकि इस पूरे आयोजन में सर कार्यवाह भैया जी जोशी रहने वाले है।
बहरहाल एक सप्ताह के प्रवास में संघ का शीर्ष नेतृत्व देश,समाज,राजनीति,अर्थतंत्र और हिन्दू समाज के लिए चिंता,चिंतन करेगा तथा आगामी सालो के लिए नीतियों,कार्यक्रमो पर विचार करेगा।
महाकाल वन क्षेत्र में भारतमाता न्यास में हो रही इस बैठक से जरूर विचारों का नवनीत निकलेगा।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline