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सपा बन सकती है बेचैनी का सबब सरकार से मोहभंग की स्थिति !(नीलू शर्मा )

पन्ना – विधानसभा चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आ रहे हैं जनता का मंतव्य भी त्यों-त्यों स्पस्ट होता जा रहा है ।एक सर्वे के अनुसार 65 प्रतिशत लोगों की सरकार से मोह भंग की स्थिति नजर आ रही है ।
लगातार 15 साल से भाजपा के शासन में रहने के बाद उसकी पकड़ अधिकारियों पर ढीली रही है ।जिससे अधिकारी निरंकुश रहे है । वही इस एंटी इनकंबेंसी का फायदा कांग्रेस को भी मिलता नजर नही आ रहा ।
पन्ना विधानसभा उत्तर प्रदेश की सीमा से लगी हुई है जिसका असर पन्ना की राजनीति में साफ देखा जा सकता है,पिछले विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रत्यासी दूसरे नम्बर पर रहा था इसका कारण भी भौगोलिक परिस्थितियों के साथ ही जातीय समीकरण से भी चुनावी परिदृश्य में हेर-फेर हुआ था । सपा के प्रत्यासी भी यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहें हैं लेकिन एक जाति विशेष पर निर्भरता व जाति विशेष के नेताओं का जमाबड़ा सपा को पीछे धकेल देता है । पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ भी ऐसी ही परिस्थितियों का निर्माण हुआ था । सपा अगर सर्वग्राही उम्मीदवार मैदान में उतारती है तो उसके लिए संभाबनाओ के द्वार खुल सकते हैं परम्परागत आधार पर कोई भी सपा या बसपा का उम्मीदवार जीत हासिल नही कर सकता ।खासकर एक जाति विशेष के चुनाव में आने से ग्रामीण इलाकों में दूसरी जातियां विरोध में एकजुट हो जाती है जिसका खामियाजा हार के रूप में प्रत्यासी को भुगतना पड़ता है ।