उज्जैनदेवासमध्य प्रदेश

विधायक किसानों के साथ कलेक्टर के पास पंहुचे 11 गांव के किसान फसल बीमा से वंचित

विधायक किसानों के साथ कलेक्टर के पास पंहुचे
11 गांव के किसान फसल बीमा से वंचित
देवास। एक और प्रधानमंत्री मोदी और शिवराज सिंह चौहान आगामी चुनावी रणनीति को लेकर कार्य कर रहे हैं कोशिश भी यही कर रहे हंै की उनके कार्यकाल में किसानों व गरीब वर्ग को लाभ मिले लेकिन देवास जिले में हालत कुछ और ही दृश्य दिखा रहे हैं। यहां क्षेत्रीय विधायक के नेतृव्य में किसान कलेक्टर कार्यालय पर पंहुचे जहां उन्हें योजना में लाभ नहीं मिलने की व्यथा कलेक्टर के समक्ष विधायक की मौजूदगी में बताई गई। यहां सबसे बड़ी बात यह थी की भाजपा पार्टी के विधायक जो की सत्ताधारी पार्टी से हैं उन्होनें कलेक्टर के समक्ष किसान वर्ग को खड़ा किया और योजना पर अपनी बात रखी।
सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ पाने से वंचित रह गए। इन गांवों के किसान जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के विधायक राजेन्द्र वर्मा के साथ कलेक्टर कार्यालय पंहुचे। जहां विधायक वर्मा ने इस गांव के लोगों के नाम शामिल करने का आग्रह कलेक्टर श्रीकांत पांडेय से किया। अब सवाल यह उठता है की आखिर असेसमेंट के दौरान इतनी तादात में गांव कैसे छूट गये, और इसमें लापरवाही किसकी है और उन पर क्या कलेक्टर कार्रवाई करते हैं। सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र में सोनकच्छ और टोंकखुर्द दो विकासखंड आते है। टोंकखुर्द विकासखंड के छह गांव और सोनकच्छ विकासखंड के 19 गांव के लोगो को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2016-17 का लाभ नहीं मिला वे इस योजना से वंचित रह गए। इन गांवों के दर्जनों किसान आज विधायक राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में कलेक्टर पांडेय से मिले। कलेक्टर पांडेय ने प्रमुख सचिव कृषि से चर्चा कर मामले का निराकरण करने का आश्वासन दिया है। हालांकि विधायक वर्मा ने विधानसभा क्षेत्र के 11 गांव योजना से वंचित रहने की बात कही है, किन्तु कलेक्टर को दिए ज्ञापन में 25 गांवो का ब्यौरा दिया गया है। विधायक वर्मा ने कहा कि कलेक्टर प्रमुख सचिव कृषि से चर्चा करेंगे। जरूरत पड़ी तो वो भी इस मामले में मुख्यमंत्री से चर्चा कर किसानों को लाभ दिलवाएंगे।
ऐसी कैसी हुई गड़बड़ी…
यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है करीब दो दर्जन गांव असेसमेंट में छूट जाने के मामले में आखिर गड़बड़ी कहा हुई। इस सवाल पर विधायक राजेन्द्र वर्मा का कहना है कि पटवारियों द्वारा असेसमेंट का कार्य किया जाता है। कही न कही पटवारियों की लापरवाही की वजह से यह गड़बड़ी हुई है, इस मामले में उनकी कलेक्टर से चर्चा हुई है, कलेक्टर पांडेय ने उनसे कहा है कि वे मामले की जांच करवाएंगे और दोषी अधिकारी- कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।