उज्जैनदेवासधर्मं/ज्योतिषभोपालमध्य प्रदेश

माता टेकरी पर चामुण्डा माता मंदिर में पानी ही पानी….. माता के चेहरे पर बारीश के पानी की चल रही धारा पहाड़ी पर निकासी नहीं होने से हो सकता है हादसा


माता टेकरी पर चामुण्डा माता मंदिर में पानी ही पानी…..
माता के चेहरे पर बारीश के पानी की चल रही धारा
पहाड़ी पर निकासी नहीं होने से हो सकता है हादसा
देवास।
शहर ही नहीं वरन देश भर में प्रसिद्ध माँ चामुण्डा टेकरी है जो शहर की प्रतिष्ठित धरोहर भी है। इस धरोहर को संभालकर रखना खासतौर पर जिला प्रशासनिक अधिकारी का दायित्व बनता है। लेकिन यहाँ माता की नगरी में आम लोग तो ठीक है माँ चामुण्डा का मंदिर ही बारिश के कहर में आ चला है। हालत ऐसे हैं की बारिश का रिसता पानी माँ के चेहरे पर लगातार रिस रहा है, जिस पर कहा जाये तो पुन: कभी भी चामुण्डा माता के चेहरे पर चितिंत लकीरे दिख सकती है, जैसा कुछ वर्षों पूर्व हुआ था। इस प्रकार से बारीश के पानी से रिसाव होने पर दर्शन करने को आ रहे दर्शनार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पौराणिक रूप से माता मंदिर में विराजित चामुण्डा माता देवास महाराज की कुलदेवी है। चंूकि माता मंदिर में अगर किसी प्रकार का कोई हादसा होता है तो कुल देवी के लिये देवास महाराज की और से किस प्रकार की व्यवस्था की जायेगी, ये आगे देखना है। फिलहाल माता मंदिर में पानी का तैलाया जरूर बनता देखा जा सकता है।
देश में प्रसिद्ध चामुण्डा माता मंदिर में बारिश होने पर चामुण्डा माता के मंदिर के शिखर से अनवरत रूप से बारीश का पानी रिसता जा रहा है। जिससे कोई बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। इस प्रकार की तस्वीर जब हमारे प्रतिनिधि ने देखी तो बड़ी बात देखने को यह मिली की माता के चेहरे पर लगातार बारीश के पानी का रिसाव बना हुआ था। जो कि माता चामुण्डा के आँखों से चेहरे पर पानी रिसता दिखाई दे रहा था। इस बात को लेकर जब जिलाधीश से चर्चा की गई तो महज ये कह गए की मैं दिखवाता हूं। जबकि पूर्व कलेक्टर आशुतोष अवस्थी से इस बारे में चर्चा की गई तो उन्होनें बताया की इससे पूर्व भी बारिश के मौसम में उन्होनें टेकरी के ऊपर पहाड़ पर शिखर के स्थान परबारीश का पानी निकल जाये उसके लिए मेढ़ बनाई थी जिससे पानी की निकासी स्वत: ही हो रही थी।
ऐसे हो सकता है बचाव
माता टेकरी के ऊपरी और बनी पहाड़ी पर पानी की निकासी के लिये संभवत: प्रयास किये जायें तो माता मंदिर में रिसता पानी कुछ हद तक रूक सकता है। जिससे दर्शन करने आ रहे दर्शनार्थियों को भी माता के दर्शन करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं चामुण्डा माता मंदिर के निकट भैरू महाराज का मंदिर है, वहाँ भी यथास्थिती देखने को मिली थी।
बरसाती गिरी तो…….
मंदिर में पानी का रिसाव देखते हुए बरसाती माता मंदिर के शीष के ऊपर की और लगी देखी गई किंतु वहां भी पानी का रिसाव परस्पर जारी होने से पानी बरसाती पर टिक नहीं पा रहा था। जिससे पानी माता के चेहरे पर अनवरत गिरता दिखाई दे रहा था। अनहोनी में अगर बरसाती में रिस रहे बारीश का पानी अधिक भर गया तो उसके भार से बरसाती गिरी तो हादसा होना अचरज से पूर्ण रहेगा।

इनका कहना :-
इस विषय को लेकर जबकलेक्टर से चर्चा की गई तो वह बोले पानी अगर गिर रहा है तो मैं दिखवाता हूं।
कलेक्टर, श्रीकांत पांडे

वैसे तो पहाड़ से पानी तो गिरता ही है, और अगर आपके बताए अनुसार ज्यादा रिस रहा है तो मैं अभी दिखवाती हूं।
विधायक, गायत्री राजे पवार

इससे पूर्व भी दो वर्षों तक पानी का रिसाव हुआ था, तब मैंने व मौजूद टीम ने कार्य करते हुए टेकरी के पर ऊपर की और मेढ़ बनाई गई थी जिससे जमा हो रहे पानी की निकासी स्वत: ही हो रही थी, उस दौरान भी पानी मंदिर में गर्भग्रह में गिरता था, मगर इतनी तादात में नहीं गिरा जैसा आपके बताए अनुसार मुझे जानकारी में आया है। उस दौरान पौधा रोपण भी किया गया था, जिससे हरियाली बन गई थी।
पूर्व कलेक्टर, आशुतोष अवस्थी