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मेहंदी लगाकर आईं स्कूल तो छात्राओं को क्लास में नहीं बैठने दिया

सूरत। ऐसा कई बार होता है जब त्योहार हो और मेहंदी लगाई जाए। दूसरे दिन उसी मेहंदी का रंग हाथों में लिए स्कूल पहुंच जाते हैं लेकिन आमतौर पर उसे लेकर किसी को दिक्कत नहीं होती है। लेकिन गुजरात के भरूच जिले में स्थित एक स्कूल ने छात्राओं के हाथ में मेहंदी लगी होने की वजह से उन्हें क्लास में बैठने से मना कर दिया। बच्ची को जब क्लास में नहीं बैठाया गया तो वह आहत हुई और पैरेंट्स को इस बारे में बताया। बच्चियों के पैरेंट्स और स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे लेकर प्रदर्शन किया। यह घटना भरूच जिले के वडादला गांव स्थित क्वींस ऑफ ऐंगल्स स्कूल की है। यह स्कूल ईसाई ट्रस्ट द्वारा चलाया जा रहा है।

अलुना व्रत के दौरान इन लड़कियों ने हाथ में मेहंदी लगाई थी। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने क्लास में बैठने से मना कर दिया। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि जब तक उनके हाथों की मेहंदी छूट नहीं जाती, वह स्कूल नहीं आए।

दंड के रूप में इन लड़कियों को मंगलवार दोपहर करीब 3 घंटे के लिए क्लास से बाहर खड़ा रखा गया।

इससे गुस्साए पैरेंट्स और कई हिंदू संगठनों ने स्कूल के बाहर इकट्ठा होकर बुधवार को हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

भरूच के विधायक दुष्यंत पटेल भी स्कूल पहुंचे और मैनेजमेंट को धार्मिक भावनाओं को आहत न करने को कहा।

सूत्रों के मुताबिर, ‘स्कूल मैनेजमेंट ने भी अपनी गलती मानी और आश्वासन दिया कि किसी छात्रा को क्लास में शामिल होने से नहीं रोका जाएगा।’