उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की भस्मारती में निशुल्क प्रवेश मिलता है, लेकिन दर्शनार्थियों से रुपए लेकर भस्मारती कराने का खुलासा एक अधिकारी के सामने ही हो गया। उज्जैन एसडीएम महाकाल मंदिर पहुंचे तो एक बिचौलिए ने उनसे ही कह दिया कि डेढ़ हजार में दर्शन करा दूंगा। उसे थाने भेज दिया गया।
दरअसल, एसडीएम कुछ समय पहले ही आए हैं और बिचौलिया उन्हें पहचान नहीं पाया। मंदिर के तीन पुरोहितों के नाम की आईडी से 3100 रुपए में भस्मारती में प्रवेश दिलाने का मामला भी पकड़ में आया है। मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष और कलेक्टर मनीषसिंह ने इन पुरोहितों के आईडी से अनुमति देने पर रोक लगा दी है।
श्रावण मास में महाकाल की भस्मारती करने के लिए लोगों की लंबी कतार लगती हैं। लोगों को परेशानी से बचाकर जल्द प्रवेश कराने के नाम पर बिचौलिए रुपए ले लेते हैं। मंदिर प्रशासन इस मामले की जांच करा रहा है। रविवार सुबह भस्मारती से पहले चौंकाने वाली घटना हुई। एसडीएम अनिल बनवारिया ड्यूटी पर पहुंचे थे। वे टहलने के लिए बाहर आए तो पराठे की दुकान पर मौजूद युवक ने उनसे पूछा भस्मारती दर्शन करोगे।