उज्जैनदेवासमध्य प्रदेश

भाजपा ने की भाजपा की शिकायत नियमों में उलझा प्रशासन

भाजपा ने की भाजपा की शिकायत
नियमों में उलझा प्रशासन
वरिष्ठ भाजपा पार्षद ने लगाई प्रतिमा पर आपत्ति
जिला प्रशासन कर रहा आचार संहिता का उल्लंघन- बांगर
देवास।
एक ओर जिला प्रशासन आचार संहिता लगने के बाद प्रदेश मुखिया के योजनाओं के बखान की जानकरियों को हटा रही है, वही दूसरी और आदर्श आचार संहित का उल्लंघन स्वत: ही खुद जिला प्रशासन कर रही है । उल्लेखनीय है कि जिला निर्वाच आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आचार संहिता गत 6 अक्टूबर को लगाई है जिसके नियमों में उल्लेख है कि समसत सरकारी कार्यालयों में ना तो वर्तमान सरकार की योजनाओं का बखान होगा और ना ही वर्तमान जनप्रतिनिधी के द्वारा किये कार्यो का उल्लेख होगा। अब इस बीच शासकीय विज्ञान कॉलेज में स्व. विधायक पवार की प्रतिमा ढक तो दिया लेकिन उसके नीचेे बने शिलालेख पर बखान जिला प्रशासन ने सबको पढऩे के लिए छोड दिया यह क्या चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता में नहीं आता। वहीं दूसरी और सयाजी द्वार पर प्रतिमा के नीचे उल्लेखित शिलालेख को ढक दिया गया और आदमकद प्रतिमा देखने के लिये छोड़ दी। अब यहां अगर कहा जाये तो जिला प्रशासन चुनाव के चलते खुद ही नियमों को ताँक पर रखकर कार्य कर रही है। जिसका बखान अब सभी की नजरों में है। इस संबंध में कलेक्टर ने कहा की उनके पास आपत्ति आई है इस पर जाँच कर वे आगामी कार्यवाही करेंगे। जबकि कहा जाये तो या मामले की गंभीरता को समझा जाये तो चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन ही आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, जिसकी जाँच अगर हो तो कई पहलूओं में से पर्दा हट सकता है।
विज्ञान भवन में उल्लंघन
स्थानीय केपी कालेज के सामने की और बना विज्ञान भवन वहां भी स्व. पवार की प्रतिमा को ढंक दिया गया लेकिन वहां परउल्लेखित होती शिलालेख प्रतिमा के इतिहास को बता रही है की ये किसकी प्रतिमा है और किसने इस प्रतिमा का लोकार्पण कौनसी तिथि को किया है। ऐसे में क्या आचार संहिता का पालन जिला प्रशासन खुद कर रहा है ये विचारनीय पहलू बन गया है।
आचार संहिता का उल्लंघन – बाँगर
भाजपा पार्षद दिलीप बाँगर ने बुधवार को आपत्ति दर्ज कराई की भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए आदर्श आचार संहिता लगाई गई है। किंतु शासकीय संपत्तियों पर आज भी चुनाव प्रभावित करने वाली राजनेतिक नेताओं की प्रतिमा अब भी स्थापित है, जिनकी जिला प्रशासन के द्वारा जानबूझकर अनदेखी की जा रही है, जो आदर्श आचार संहिता के विरूद्ध है। बाँगर ने कहा की स्व. पवार की प्रतिमा सयाजी द्वार पर स्थापित है, जो एक राजनैतिक दल के नेता होकर देवास विधानसभा के विधायक रहे हैं। आज उनकी धर्मपत्नी विधायक के पद पर होकर विधानसभा चुनाव में संभावित उम्मीदवार भी हैं। ऐसे में स्व. पवार की प्रतिमा विधायक होने के नाते एवं राजनीतिक दल के नेता होने के नाते लगाई गई है। आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए उक्त प्रतिमा को तत्काल हटाया जावे।
फिर क्यों नहीं हटा रहे…..?
बाँगर ने आरोप लगाते हुए कहा की जिला प्रशासन मुख्यमंत्री के पोस्टर, व अन्य योजनाओं के होर्डिंग्स हटा रहा है तो आचार संहिता में स्व. पवार की प्रतिमा ना हटाकर पक्षपात क्यों किया जा रहा है। बाँगर ने कहा की मुख्यमंत्री संबल योजना के पंजीयन प्रमाध पत्र, स्मार्ट कार्ड निर्वाचित जनप्रतिनिधि असंगठित श्रमिकों को वितरण कर अपने-अपने राजनीतिक दलों के पक्ष में वोट करने का आग्रह कर रहे हैं। स्मार्ट कार्ड वितरण पर रोक लगाई जावे।
इनका कहना :-
इस विषय को लेकर मैं आपको फोन पर कुछ नहीं बता सकता मुझे पार्षद दिलीप बाँगर की आपत्ति मिली है जो जाँच का विषय है मैं इस पर जाँच कर ही बता पाऊंगा।
कलेक्टर
श्रीकांत पांडे

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