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अनुशासन की बात करने वाली पार्टी के सदस्य भूले अनुशासन की बात कार्यकर्ताओं की बैठक में अधिकारीयों के साथ कैसे पेश आना सिखाया आधे कार्यकर्ताओं को बताया कैसे कार्य करना है चुनाव में

अनुशासन की बात करने वाली पार्टी के सदस्य भूले अनुशासन की बात
कार्यकर्ताओं की बैठक में अधिकारीयों के साथ कैसे पेश आना सिखाया
आधे कार्यकर्ताओं को बताया कैसे कार्य करना है चुनाव में
देवास।
अनुशासन की बात कहने वाली व अनुशासन में रहने वाली पार्टी कभी अनुशासन को एक और रख कार्यकर्ताओं को सही मार्गदर्शन देने के साथ बातों ही बातों में शब्दों के बीच अनुपयोगी शब्दों की बात कह जाते हैं, पार्टी के प्रबुद्ध माने जाने वाले नेता, तब मौजूद कार्यकर्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ता है, ये कहना भी बड़ा मुश्किल है। ऐसा ही कुछ हुआ जब भाजपा पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की बैठक भाजपा कार्यालय में हुई, जहां आगामी चुनावों को लेकर विभागीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को समझाया गया।
बुधवार को भाजपा कार्यालय पर चुनाव प्रबंधन समिति (व्यवस्था) की बैठक रखी गई जिसमें अपेक्षित 35 से 40 सदस्यों का बुलाया गया, लेकिन अपेेक्षित केवल 20 से 22 सदस्य ही पंहुचे जिसमें दो- तीन कार्यकर्ता बैठक शुरू होने के आधे घंटे बाद पहुँचे। बैठक में संभाग प्रभारी जगदीश अग्रवाल उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष, शील लश्करी संभागीय प्रभारी चुनाव प्रबंधन, सचिन सक्सेना संभागीय मीडिया प्रभारी, भाजपा जिलाध्यक्ष नंदकिशोर पाटीदार मौजूद थे। शील लश्करी संभागीय प्रभारी चुनाव प्रबंधन ने कार्यकर्तों को संबोधित करते हुये यहां तक कह दिया कि आपको चुनाव में लगने वाले प्रचार-प्रसार एवं साउंड, वाहनों के अलावा रोज के लगने वाले खर्च की पूरी जानकारी देना होगी। लेकिन एक कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि प्रशासन द्वारा वाहनों मे प्रचार सामग्री होने पर परेशान किया जाता है तो उसको समझाईश देते हुए कहा कि जब वाहनों पर झंडे बेनर पोस्टर लगाने के बाद अगर कोई भी अधिकारी जप्ती करता है तो उस पर जोर जबरदस्ती कर नियमों का हवाला देते हुए यह बोल देना की ज्यादा आचार संहिता मत बताओ, क्योंकि मेरे पास आपके द्वारा कहे गए अनुमति देने के लिए उक्त शब्द रिकॉर्डिंग किए गए हैं। इस पर समझ में नहीं आता कि अनुशासन की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की जब इस तरह की भाषा शैली का उपयोग कार्यकर्ताओं की चुनावी बैठक में करते हैं तो कैसे अनुशासन पर चर्चा करेंगे ये खुद अनुशासन की चाल पर चलना अन्य कार्यकर्ताओं को सिखायेंगे। एक समय था जब भाजपा पार्टी के जनक कहे जाने वाले पंडित दिनदयाल उपाध्याय के आदर्शों को मानकर भाजपा कार्यकर्ता उनके आदर्शों पर कार्य करता था, मगर अब समय के बदलाव के साथ उनके बताये गए मार्गों पर आजकल कार्यकर्ताओं ने चलना छोड़ दिया है।
संभाग प्रभारी जगदीश अग्रवाल ने कहा कि हमारा संगठन 1951 से लगातार देशहित में कार्य कर रहा है। जबसे एक एक कार्यकर्ता के त्याग समर्पण से हमारा संगठन आज इस स्थिति में पहुँचा है। आने वाले चुनाव में हमें प्रत्येक बूथ जितना है। मेरा बूथ कमल बूथ मंत्र को सिद्ध करना है। बैठक में कार्यालय व्यवस्था, मतदान केन्द्र व्यवस्था एवं प्रचार प्रसार के विषय मे संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नन्दकिशोर पाटीदार ने कहा कि चुनाव में प्रत्येक व्यवस्था के लिए अलग – अलग विधानसभा स्तर पर टीम गठित कर चुनाव आयोग के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही अपने कार्य करना है ।
इन्होनें कहा……
भाजपा पार्टी के चुनाव प्रबंधन व व्यवस्थाओं के संबंध में अलग-अलग विभाग होते हैं उनकी एक बैठक भाजपा कार्यालय पर आयोजित की गई थी। चुनाव जब प्रारंभ हो जाता है हम ये मानते हैं की युद्ध प्रांरभ हो गया है। इस युद्ध की सारी तैयारी अगर पूर्ण और ठीक तरह से हो जाती है तो निश्चित रूप से सफलता का प्रतिशत अधिक मिलता है, इसमें सभी प्रकार के सारे विभाग के प्रमुख कार्यकर्ता आये थे। उनके साथ बैठक करके चुनाव के बारे में चर्चा व की गई। जिसमें समस्त विभाग के 5 से 7 कार्यकर्ता उपस्थित थे। पाँचों विधानसभा में कुल 20 से 22 कार्यकर्ताओं की बैठक हुई थी। इन विभागों में क्या-क्या काम रहता है, उसके संबंध में चर्चा की गई थी। बैठक में कुछ खास लोगों को ही बुलाया गया था। इसमें जो नहीं आया है कहीं सूचना का अभाव रह गया होगा, जिसके तहत वह नहीं आया होगा, अगर कोई कार्यकर्ता रूठा है तो उसे मनाने के लिये प्रयास किये जायेंगे। पार्टी के पार्षद चुनाव लड़ रहे हैं, व इस्तीफा देने की बात पर मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
जगदीश अग्रवाल
विकास प्राधिकरण अध्यक्ष उज्जैन