भोपाल: स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में भोपाल शहर को नंबर वन पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। इस बार इंदौर की तर्ज पर शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई के लिए ‘स्वीपर मशीनें’ मंगाई जा रही हैं।
इन मशीनों से न केवल सड़कों की सफाई होगी, बल्कि पानी की फुहार से भी सड़कों को धोया जाएगा। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएससीडीसीएल) इस पर कारीब 27 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इसके लिए कार्पोरेशन ने निजी कंपनी का चयन कर लिया है। यह कंपनी आगामी पांच सालों तक सफाई व्यवस्था संभालेगी।
बताया जा रहा है कि ये मशीनें इटली से मंगाई जा रही हैं। नवंबर में मशीनों से सफाई शुरू हो जाएगी। कार्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि साइड वर्ज, फुटपाथ, स्मारक, बोर्ड की सफाई और धुलाई के लिए छोटी मशीन रहेगी। इसके अलावा टिपर भी मंगाए जाएंगे, जो सफाई के बाद एकत्र होने वाले कचरे को गंतव्य तक ले जाएगा। आगामी जनवरी महीने में स्वच्छता सर्वेक्षण होना है, ऐसे में सफाई व्यवस्था जल्द से जल्द शुरू करने के लिए कंपनी को निर्देशित किया गया है।
रोज साफ होंगी 400 किमी की सड़क
कार्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि स्वीपर मशीनों से शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई होगी। इसमें तीनों लिंक रोड, भदभदा रोड, स्मार्ट रोड, रोशनपुरा से लालघाटी, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के बीच मशीनें लगाई जाएंगी। रोजाना 400 किमी लंबाई तक की सड़कें चकाचक हो सकेंगी। इससे धूल के कारण होने वाले प्रदूषण की समस्या से भी राहत मिलेगी।
अभी निजी कंपनी कर रही सड़कों की सफाई
पिछले साल से शहर की प्रमुख 20 सड़कों की सफाई का जिम्मा इंदौर की निजी कंपनी को सौंपा गया है। अभी मेनुअल तरीके से कर्मचारी झाड़ू लगाते हैं। जबकि निगम सिर्फ कॉलोनियों के अंदर की सफाई करता है। मशीनें आने के बाद कर्मचारियों से कॉलोनी की अंदरूनी सड़कों की सफाई कराई जाएगी।
बेहतर होगी सफाई व्यवस्था
मशीनों से सड़कों के साथ ही साइड वर्ज, फुटपाथ की सफाई भी हो सकेगी। मशीनों के आने से सफाई व्यवस्था और बेहतर होगी। नवंबर में मशीनों से सफाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
-अविनाश लवानिया, आयुक्त नगर निगम