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मैरी कॉम विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में, सरिता बाहर

नई दिल्ली। पांच बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम (48 किग्रा) ने रविवार को कजाखिस्तान की राष्ट्रीय चैंपियन ऐजरिम कासेनायेवा को 5-0 से हराकर आईबा महिला विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। मैरी कॉम अपने छठे विश्व खिताब पर नजर गड़ाए बैठी हैं। आयरलैंड की कैटी टेलर के अलावा मैरी कॉम ने पांच बार विश्व खिताब अपने नाम किया है।

तीन बच्चों की मां मणिपुर की 35 वर्षीय मैरी कॉम ने पहले विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था और फिर 2002 से लेकर 2010 तक लगातार पांच स्वर्ण पदक जीते। क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद मैरी कॉम ने कहा कि मुक्केबाजी की बाउट में कुछ भी संभव है। देश और मेरे प्रशंसक मुझसे स्वर्ण पदक चाहते हैं और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देकर स्वर्ण जीतने का प्रयास करुंगी। मुक्केबाजी मेरा जीवन है और मैं अपने खेल पर ध्यान दूंगी। मैं अपने खेल और अपने समर्थकों के प्यार का लुत्फ उठा रही हूं। मैं अभी भी कड़ी मेहनत कर रही हूं और कड़ी मेहनत का फल मिलता है। हालांकि सरिता देवी (60 किग्रा) को रविवार को आयरलैंड की एने हैरिंगटन के खिलाफ 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी।

मनीषा ने जड़े दमदार पंच : युवा मुक्केबाज मनीषा (54 किग्रा) ने गत विश्व चैंपियन कजाखिस्तान की डिना जोलामैन को 5-0 से हराया। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाकर अपने पहले पदक की ओर कदम बढ़ा दिए।

इसके अलावा लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और काचरी भाग्यवती (81 किग्रा) ने भी अपने-अपने मुकाबले जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में भाग ले रहीं 20 वर्षीय मनीषा ने प्री-क्वार्टर फाइनल में अनुभवी डिना को आसानी से मात दी। हरियाणा की मनीषा ने डिना को दूसरी बार धूल चटाई। इससे पहले उन्होंने इस कजाक मुक्केबाज को सिलेसियन मुक्केबाजी चैंपियनशिप में हरा चुकी थीं।

जीत के बाद मनीषा ने कहा कि मेरे लिए रिंग में उतरने के बाद यह मायने नहीं रखता कि मेरी विरोधी विश्व चैंपियन है या फिर रजत पदक विजेता है। मैं अपना खेल खेलती हूं और जो मुझे कोच बताते हैं वह करती हूं। मैं इसी तरह से अपनी अगली बाउट में खेलूंगी।

वहीं एशियन चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता बोरगोहेन ने दिन की दूसरे मुकाबले में पनामा की एथेयना बाईलोन को 5-0 से हराया। असम की यह 21 वर्षीय बोरगोहेन मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया की काये फ्रांसिस से भिड़ेंगी। उधर भाग्यवती के लिए जर्मनी की लंबी कद की इरिना श्कोनबर्गर के खिलाफ मुकाबला ज्यादा मुश्किल था लेकिन भारतीय मुक्केबाज ने उन्हें 4-1 से हराया।