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Ind vs Aus: वर्षा की भेंट चढ़ा दूसरा टी20, गेंदबाजों की मेहनत पर फिरा पानी

मेलबर्न। बारिश के कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को दूसरा टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच रद्द कर दिया गया है। भारत तीन मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे हैं। अब उसे सीरीज बराबर करने के लिए सिडनी में रविवार को अंतिम मैच हर हाल में जीतना होगा।

एमसीजी पर टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरी ही गेंद पर कप्तान एरोन फिंच के रूप में पहला झटका लगा। वे खाता भी नहीं खोल सके। मेजबान टीम इस झटके से बाहर नहीं आ पाई और 16वें ओवर तक 101 रन पर सात विकेट गंवा दिए। फिर बेन मैक्डरमोट (32 नाबाद) और एंड्रयू टाई (12 नाबाद) ने 19वें ओवर की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट पर 132 रन के थोड़े सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया, तभी बारिश आ गई और खेल रोकना पड़ा। इसके बाद अंपायरों ने डकवर्थ-लुईस नियम का इस्तेमाल करते हुए भारतीय टीम को जीत के लिए 19 ओवर में 137 रन का लक्ष्य दिया। इसके बाद फिर बारिश शुरू हो गई और भारत को डकवर्थ लुईस नियम से जीत के लिए 11 ओवर में 90 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। इस समय लग रहा था कि भारतीय टीम सीरीज में 1-1 की बराबरी कर लेगी लेकिन इंद्र देवता ने भारतीय टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। नियमित अंतराल में हो रही बारिश के कारण आखिरकार मैच को रद्द ही करना पड़ा।

भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। विराट कोहली ने प्लेइग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने चोटिल बिली स्टेनलेक की जगह नाथन कोल्टर नाइल को शामिल किया।

पहले मैच में मिली हार से स्तब्ध भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले दूसरे टी-20 मैच में वापसी के लिए प्लेइंग इलेवन में बदलाव के साथ मैदान में उतरेगी। भारत को सीरीज में बने रहने के लिए हर हाल में यह मैच जीतना ही होगा।

मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में वर्षा बाधित पहला मैच 4 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी और एरोन फिंच की टीम जीत की लय को बनाए रखते हुए सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी। दूसरी तरफ लगातार सात द्विपक्षीय टी-20 सीरीज जीत चुकी विराट कोहली की टीम के लिए यह मैच करो या मरो की स्थिति वाला होगा।

चहल की वापसी के संकेत

भारतीय टीम प्रबंधन इस मैच में युजवेंद्र चहल को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकता है। उन्हें खलील अहमद की जगह मौका दिया जा सकताा हैं। कृणाल पांड्या का पहले मैच में प्रदर्शन ठीक नहीं रहा था लेकिन उन्हें एक मौका और मिल सकता है। कप्तान विराट कोहली इस मैच में फिर तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए दिख सकते हैं। पिछले मैच में केएल राहुल को पदोन्नत किया गया था लेकिन वे कुछ कर नहीं पाए थे, वे भी इस मैच में दबाव में रहेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में पहले टी-20 में नाबाद 101 रन बनाने के बाद से राहुल अगले छह मैच में 30 रन के पार भी नहीं जा सके हैं। राहुल को लय हासिल करने की जरूरत है क्योंकि वह टेस्ट सीरीज में भारत के शीर्षक्रम का हिस्सा होंगे। पहले मैच से पूर्व कोहली ने कहा था कि गलतियों पर अंकुश लगाकर निर्णायक क्षणों में दबाव बनाए रखना जरूरी है।

फील्डिंग में सुधार आवश्यक

ब्रिस्बेन में भारतीय टीम फील्डिंग में भी अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी। कोहली ने खुद दो बार गलती की। पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच का कैच छोड़ा और बाद में डीप में फील्डिंग में चूक की। श्रृंखला में पांच दिन के भीतर तीन मैच होने के कारण कमजोरियों पर काम करने का समय काफी कम है। फील्डिंग कोच आर श्रीधर एमसीजी पर होने वाले मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ काम नहीं कर सके होंगे। ड्रेसिंग रूम में सैद्धांतिक तौर पर ही इसके बारे में बताया गया होगा। ऑस्ट्रेलिया में मैदान बड़े होने के कारण चौके लगाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है ।

ऑस्ट्रेलिया का एकमात्र स्पिनर के रूप में एडम जाम्पा को उतारना ऑस्ट्रेलिया के लिये फायदेमंद रहा। पहले मैच में मिली जीत से अब मेजबान टीम के हौसले बुलंद होंगे। इस सप्ताह मेलबर्न में तूफानी हवाएं चलती रही है और इस मैच पर भी बारिश की गाज गिर सकती है। एंड्रयू टाई गेंदबाजी में महंगे साबित हुए थे लेकिन उन्हें एक मौका और मिलने की उम्मीद हैं।