मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में बुधवार से होने वाले बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को भरोसा जताया कि अपनी लय और पलटवार करने की मानसिकता के साथ वे शतक ही नहीं, बल्कि दोहरा शतक भी लगा सकते हैं। रहाणे ने अब तक दो टेस्ट में दो अर्धशतक की मदद से 164 रन बनाए हैं, लेकिन पिछले साल कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़ने के बाद से वह तीन अंक में पहुंचने में नाकाम रहे हैं।
रहाणे ने कहा कि मुझे यकीन है कि इस मैच में ऐसा होगा। एडिलेड से पर्थ तक मेरी पलटवार करने की मानसिकता थी और मैं जिस लय से बल्लेबाजी कर रहा था शायद शतक या दोहरा शतक भी बन सकता है। मुझे लगता है कि मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण यह है कि इस बारे में नहीं सोचूं। मुझे उस तरह बल्लेबाजी जारी रखनी होगी जैसे मैं अभी कर रहा हूं। मैं स्थिति को थोड़ा बेहतर समझ सकता हूं और अगर मैं इस तरह बल्लेबाजी कर पाया तो यह टीम के लिए बेहतर होगा। निजी उपलब्धियां बाद में भी हासिल की जा सकती हैं।
रहाणे ने कहा कि एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमें गेंदबाजों का समर्थन करना होगा। दक्षिण अफ्रीकी दौरे से भारतीय गेंदबाज लगातार विरोधी टीम को दो बार आउट कर रहे हैं। अगर हम बल्लेबाज अच्छा खेलें और अपनी गेंदबाजी इकाई का समर्थन करें तो नतीजे अलग होंगे। अतीत से सबक लेना महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है कि अगले दो टेस्ट मैचों में प्रत्येक सत्र के हिसाब से आगे बढ़ा जाए। मैं लय में विश्वास रखता हूं, विशेषकर क्रिकेट खेलते हुए। पर्थ टेस्ट में दबदबा बनाने के हमारे पास मौके थे और अगर हम ऐसा करते तो नतीजा अलग होता। अब से आगे यह हमारे लिए दो मैचों की सीरीज है। दूसरे टेस्ट के बाद हमें अच्छा ब्रेक मिला, जो जरूरी था। हम तरोताजा शुरुआत करेंगे। रहाणे ने सीरीज में अब तक दो अर्धशतक जड़े हैं।
दूसरे टेस्ट में भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के बीच लगातार तीखी बहस देखने को मिली। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है (छींटाकशी के साथ सीमा पार नहीं करना) क्योंकि इससे टेस्ट क्रिकेट में जान डालने में मदद मिलती है। मैदान पर जो हुआ वह काफी अच्छा और प्रतिस्पर्धी था और उम्मीद करता हूं कि सभी ने इसका लुत्फ उठाया होगा। हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि हम एकाग्रता बनाए रखें। आप छींटाकशी कर सकते हो, लेकिन साथ ही आपको एकाग्र और प्रतिस्पर्धी रहना होगा।