देवास। जिला योजना समिति की बैठक जिला प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में हुई जहां समस्त जनप्रतिनिधि की मौजूदगी रही, वहीं इस बीच सांसद ने भी अपने सवालों को सामने रखा इस बीच सांसद और प्रभारी मंत्री के बीच नोंक-झोंक भी हो गई। जिसको लेकर सांसद ने कह दिया था की मुझे भी जनता ने चुना है आम लोगों का प्रतिनिधि होने के नाते सवाल करूंगा, जिसका जवाब आपको देना होगा।
जिला योजना समिति की बैठक वैसे तो समयानुसार सुबह 9 बजे आरंभ होनी थी, लेकिन मंत्री पटवारी ने समय को पीछे छोड़ दिया और बैठक में दोपहर 11.30 बजे पंहुचे तब बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष में शुरू हुई जहां बैठक के आरंभ से पहले शहीद संदीप यादव को 2 मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। वहीं बैठक का सिलसिला आरंभ हुआ। जिसके तहत बैठक का एजेंडा था की किसान ऋण माफी, योजना एवं अन्य संबंधित कार्य, कृषकों को विद्युत आपूर्ति एवं तत्संबंधित अन्य योजनाएं, नलजल योजना एवं शहरी एवं ग्रामीण पेयजल की स्थिति की समीक्षा, लोक निर्माण विभाग के रोड निर्माण एवं भवन निर्माण कार्यों की समीक्षा तथा वचन पत्र के अंतर्गत जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा वचन पत्र अनुसार अभी तक की गई कार्रवाईयों एवं शेष कार्यवाहियों पर चर्चा की गई। जिसमें सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी व प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी के बीच काफी देर तक तीखी नोंक-झोंक हो गई। मामला यहां से शुरू हुआ जिसमें प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की किसान कर्ज माफी योजना के संदर्भ में अपनी और से बात रखी। जिस पर कटाक्ष करते हुए सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा की जहां तक कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी योजना की बात है तो उन्होनें जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया है, जहां किसानों को योजना का लाभ नहीं मिला है। जिस पर मंत्री और सांसद के बीच काफी देर तक तीखी नोंक-झोंक हो गई थी। सांसद ने कहा की हम यहां पर किसी भी व्यक्ति का लेक्चर सुनने नहीं आए हैं। जिस पर प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी ने कहा की देखो सांसद जी पूरी बात आपको कहना है पूरी बात मुझे सुनना है आप मुझे डायरेक्शन दे रहे हैं। मंत्री पटवारी ने कहा की मैं जिला योजना समिति का अध्यक्ष हूं डायरेक्शन नही दूंगा तो क्या आप से डायरेक्शन लूंगा क्या ? इस तरह की नोकझोंक जिला योजना समिति की बैठक में तमाम अधिकारी और नेताओं के सामने चर्चा का विषय बन कर रह गई। वहीं इस दौरान मीडिया भी मौजूद रही जिस पर कलेक्टर के निर्देश से मीडियाकर्मीयों को कक्ष से बाहर कर दिया गया।