उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

कांग्रेसी पार्षद ने इस्तीफा सौपा तो कहा संभाग आयुक्त को सौपे……….! निगम आयुक्त को गेट पर रोका मिटिंग में जाने से, हुई जमकर बहस बाजी देखे विडियो समाचार लाईन पर


देवास। पिछले दिनों से बारिश के कारण किचड़ होने से लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। जिसके चलते क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि भी नौंटकी के चलते अपनी राजनीतिक रोटी सैंकने से बाज नहीं आ रहे थे। पिछले दिनों इन्हीं कुछ मामलों को लेकर एक भाजपा पार्षद ने किचड़ में लेट कर निगम कार्यप्रणाली का विरोध किया तब कहीं लाकर उनके वार्ड में रोड़ बन गई थी। उसी तर्ज पर गत दिनों और भी भाजपा पार्षदों ने किचड़ में बैठ कर अपना विरोध जताया था। वहीं एक पार्षद तो श्मशान के पतरे खराब हो जाने पर श्मशान में ही लेट गए थे। इन सभी मामलों में निगम अधिकारीयों ने मौके पर पंहुचकर आश्वासन दिया था की जल्द ही निर्माण कार्य किए जाएंगे। अब कुछ इसी तरह से कांग्रेस पार्टी की पार्षद ने भी अपना रूख कुछ इसी प्रकार बनाया और रहवासी महिलाओं के साथ किचड़ में बैठ गई। उनकी मांग है की सिवरेज कार्य के बाद यहां पर न तो मुर्रम डाली गई न ही सडक़ बनाने की कोई कवायद की गई जिससे उनके वार्ड में किचड़ और गंदगी से हाल बेहाल हैं। प्रदर्शन कर रहे रहवासी नगर निगम में पंहुचे जहां निगमायुक्त से काफी देर तक बहस बाजी हुईए इसके बाद महापौर कक्ष में भी गए वहां भी महापौर से रहवासीयों ने नाराजगी प्रकट की जिस पर महापौर से पहले तो विवाद की स्थिति बन गई। उसके बाद मामला शांत हुआ तब कहीं जाकर महापौर ने रहवासीयों को सांत्वना देकर मुर्रम डालने की बात कही। इस प्रकार के मामलों को लेकर एक और निगमायुक्त का कहना है की वार्ड के जनप्रतिनिधि इन बातों पर पहले गौर करते तो इस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न नहीं होती। फिलहाल निगम इस प्रकार की समस्या से निपटने के लिए कार्रवाई कर रही है।
पिछले दिनों हुई बारिश के बाद मानों तो शहर में सिवरेज के बाद किए गए कार्य की पोल खुल कर सामने आ गई है। शहर में गंदगी और किचड़ की समस्या पैर पसारे खड़ी हुई है। जिसके चलते क्षेत्रों के पार्षद खासकर भााजपाई पार्षदों ने निगम की कार्यप्रणाली के विरोध में किचड़ में लेट करए बैठ कर प्रदर्शन किए जिसके बाद उनके वार्डो में सडक़ निर्माण कार्य आरंभ हो गए। उसी तर्ज पर अब वार्ड क्रमांक 19 की पार्षद वंदना पांडे जो की कांग्रेस की पार्टी की नेता है। मंगलवार को वह भी किचड़ में धरना देकर वार्ड की महिलाओं के साथ बैठ गई। उनका कहना था की सिवरेज कार्य के लिए उन्होनें उनकी ओर से विरोध किया थाए उसके बावजूद कार्य तो हुआ लेकिन जिस तरह से सडक़े खोदी गई उसके बाद मार्ग निर्माण की और किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं बारिश पूर्व उन्होनें मार्ग पर मुर्रम डलवाने की बात कही थी। लेकिन निगम अधिकारी कभी उन्हें पीडब्ल्यूडी विभाग की और जाने को कहते तो कभी परियोजना विभाग की ओर गई। लेकिन किसी ने भी सुनवाई नहीं की वहीं श्रीमती पांडे ने कहा की कुछ दिनों पूर्व निगमायुक्त संजना जैन को भी इस समस्या से निजात दिलाने के लिए संपर्क करना चाहा लेकिन उनका फोन भी नहीं लगा। जिसके कारण उन्होनें विरोध करने का भाजपाई तरीका अपनाया और धरने पर बैठ गई। 