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तो छू लिए सरेआम निगमायुक्त ने मंत्री के पैर… , पैर छूते हुआ विडियो वायरल तो मंत्री जी ने दी सफाई , तो क्या बोले भाजपा सांसद, विधायक सुने समाचार लाइन पर

तो छू लिए सरेआम मंत्री के पैर…
निगमायुक्त ने मंत्री के पैर छू कर मांगा आर्शिवाद !
मंत्री के पैर छूते हुआ विडियो वायरल
देवास।
जिला प्रशासनिक अधिकारी सरकार के गुलाम होते हैं ऐसा अब तक सिर्फ सुना था, वहीं मंगलवार को सिक्खों के प्रथम गुरू गुरूनानक जयंती के अवसर पर शहर भर में कई आयोजन हो रहे हैं वहीं बस स्टेण्ड के सामने स्थित गुरूद्वारे पर मंत्री सज्जनसिंह वर्मा का आना हुआ जहां उनके साथ अन्य कांग्रेस नेता और कुछ अधिकारी भी मौजूद रहे, इस बीच मंत्री वर्मा जब दरबार में पहुंचे तो निगमायुक्त ने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए मंत्री वर्मा के पैर छू लिए। इस प्रकार से शीश झुकाने से दो अर्थ निकलते हैं जिसमें एक तो यह है की मंत्री वर्मा कहीं निगमायुक्त संजना जैन के करीबी रिश्तेदार तो नहीं और उम्र में बढ़े होने की वजह से सम्मान देने के लिए निगमायुक्त ने शीश झुकाए होंगे। दोनों में जो भी हो लेकिन एक जिम्मेदार पद पर आसित निगमायुक्त को प्रोटोकाल नहीं तोडऩा था, जो मंगलवार को गुरूद्वारे में देखने को मिला।
मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की चरण वंदना का मामला अभी थमा भी नहीं था कि अब देवास नगर निगम की कमिश्नर संजना जैन विवादों में आ गई है। मंगलवार को गुरुनानक जयंती पर गुरुद्वारे में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में गर निगम आयुक्त संजना जैन मप्र सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर छूते नजर आई, जो नियमों के तहत प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना जाता है। गौरतलब है कि नगर निगम आयुक्त संजना जैन इससे पहले 2008 में भी विवादों में रह चुकी है। तब नामांकन फॉर्म जमा करने के मामले में तुकोजीराव पवार के उनका जमकर विवाद हुआ था और काफी चर्चा में भी रहा था। जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, सरकार के मंत्रियों ने शासकीय अधिकारियों को यह जता दिया की वह मंत्री है उनके मुताबिक सरकार चलेगी, इसके साथ ही उन्होनें यह भी बता दिया की एक शासकीय अधिकारी उनके कार्यकाल में मंत्री के समीप क्या है। ऐसा ही वाक्या मंगलवार को देखने को मिला जहां जिम्मेदार पद पर आसित निगमायुक्त संजना जैन ने प्रोटोकाल के नियमों को तांक पर रखते हुए लोकनिर्माण विभाग मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पैर छू कर आर्शिवाद लिया, इस प्रकार का एक विडियो मंगलवार को आया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इस दृश्य को लगभग सभी ने देखा और निगमायुक्त के द्वारा की गई इस प्रकार की गतिविधि पर अधिकांश लोगों ने निंदा भी की। अब देखना होगा कि राजनीति में नया अध्याय प्रचलित होना शुरु हो गया है। देवास की राजनीति में कुछ मुद्दे शांत हुए ही थे कि अब यह नया अध्याय शुरु हो चुका है। शहर के कई राजनीतिज्ञों ने विडियो के बाद सोशल मिडिया पर निगमायुक्त की निंदा करना शुरु कर दिया हैं। अब देखना होगा कि अधिकारी के इस प्रकार के विडिओ के बाद जनता और विपक्ष इस नए अध्याय को कहां समाप्त करती है।
ऐसे हुआ था वाक्या
गुरुद्वारे पर प्रकाश पर्व का आयोजन किया जा रहा था वहां मंत्री सज्जनसिंह वर्मा कार्यक्रम में पधारे थे। उसी दौरान निगमायुक्त संजना जैन भी वहां मौजूद थी। मंत्री जी के आते ही उनके समर्थक उनके मान सम्मान में नतमस्तक हो रहे थे तभी वहां उपस्थित निगमायुक्त ने भी नतमस्तक हो मंत्री जी की के पैर छू लिए और उनसे आर्शिवाद तक ले लिया। बताया जाता है की लोकतंत्र में मंत्री और जनसेवक का एक अलग प्रोटोकॉल होता है। संभवत: अधिकारी ने हर्षोल्लास में आकर हो चरण वंदना कर दी।
यह कहा सांसद ने
सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा की कानून नियम प्रोटोकॉल तोड़ कांग्रेस नेताओं के शरणागत हो रहे अधिकारी। निगमायुक्त ही नहीं वरन कलेक्टर पुलिस अधीक्षक भी हैं जो मंत्री के पैरों को छू रहे हैं। उन्होनें कहा की अधिकारियों ने अपने पद की गरिमा गिरा दी है। हम इसकी शिकायत करेंगे वहीं सीएम को ऐसे अफसरो पर कार्रवाई करना चाहिए। उन्होनें प्रहार करते हुए कहा की देवास में सज्जन वर्मा प्रालि की तरह चला रहे सरकार। इस मामले को लेकर महापौर सुभाष शर्मा और कुछ बोलने से बचे उन्होनें सिर्फ यही कहा की यह उनका व्यक्तिगत मामला है।
यह कहा मंत्री वर्मा ने
लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा की ऐसा कोई मामला नहीं है निगमायुक्त सुश्री संजना जैन ने सिर्फ भाई दूज के त्यौहार के चलते छुए थे पैर। अब विपक्ष में बैठे भाजपा पार्टी के नेता इस पर क्या विचार कर रहे है, यह खुद ही निर्णय लें।
यह कहा विधायक ने
विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कहा की हम पहले दिन से कह रहे कि निगमायुक्त भेदभाव करती है। जो मंत्री के लोग नहीं उनके काम नहीं होते है। उन्होनें कहा की भाई बहन का रिश्ता है तो मंत्री जी ने यहां पोस्टिंग क्यों करवाई। यह भाई बहन का रिश्ता ही साबित करता है कि निगमायुक्त हमसे भेदभाव कर रही हैं।
निगम आयुक्त संजना जैन का बयान- नगर निगम आयुक्त संजना जैन का बयान छुट्टी वाले दिन मैं अपनी निजी आस्था से पूजन करने गई थी। यदि किसी को सम्मान दिया तो आधिकारिक रूप से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।