अंतरराष्ट्रीय स्तर से दबाव झेलने के बाद पाकिस्तान अपने यहां पल रहे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर दिखावा कर रहा है. आतंकियों पर नकली एफआईआर दर्ज करने की उसकी पोल खुल गई है. पाकिस्तान या तो आतंकी और या फिर आतंकी संगठनों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कर रहा है या फिर तहरीर इतनी कमजोर है कि मामले अदालतों में सुनवाई के दौरान टिक नहीं सकते.
आतंकियों पर झूठी कार्रवाई की पोल पाकिस्तान के एक थाने में दर्ज हुई एफआईआर ने खोल दी है. दरअसल, आतंकियों को आर्थिक सहायता पर रोक लगाने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अक्टूबर में बैठक होनी है जिसमें फैसला लिया जाना है कि आतंकियों के शरणदाता पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में रखा जाए या नहीं.ब्लैक लिस्ट होने पर संबंधित देश को कड़े आर्थिक प्रतिबंध झेलने पड़ते हैं. इस बैठक से पहले ही पाकिस्तान अपने बचाव में जुट गया है.