कोरोना (कोविड-19) जैसे लक्षण सामने आने बाद इंदौर पश्चिमी क्षेत्र के एक टीआई को अरबिंदो अस्पताल में भर्ती करवाया है। मंगलवार शाम को उनकी जांच रिपोर्ट आ गई है जिसमें वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। डीआईजी ने इसकी पुष्टि की है। सोमवार रात को टीआई को अचानक सांस लेने में दिक्कत आने लगी तो तत्काल उन्हें भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी और बेटियां भी बीमार हैं। उन्हें भी आइसोलेट कर दिया गया है। थाना और परिसर को लगातार सैनिटाइज करवाया जा रहा है। उधर, जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई को कॉल कर उनका हाल जाना। आइजी विवेक शर्मा के मुताबिक एक बेटी को बुखार था, लेकिन वह ठीक हो गई। दूसरी बेटी को भी मामूली तकलीफ है। पत्नी के गले में इन्फेक्शन है। तीनों के अरबिंदो अस्पताल के अलग वार्ड में रखा गया है।
सिपाही को छुट्टी पर भेजा
मंगलवार दोपहर आईजी थाने पहुंचे तो स्टाफ से एक सिपाही के बीमार होने की जानकारी मिली। आईजी ने उसे तुरंत छुट्टी पर भेज दिया। इसके बाद थाना परिसर का निरीक्षण किया। टीआई यहां बने शासकीय क्वार्टर में ही रहते हैं। उनके आसपास कई टीआई व डीएसपी के बंगले हैं। आईजी ने सभी से चर्चा की और कहा कि अपना ध्यान रखें।
सात दिन से परिवार से दूर
मैदान में डटे पुलिसकर्मियों का हौसला कम न हो इसके लिए आईजी विवेक शर्मा कभी भी उनके बीच पहुंच जाते हैं। वे सुबह 7 बजे उठ जाते हैं और रात 2 बजे तक मैदानी अफसर-कर्मचारियों के संपर्क में रहते हैं। वे सात दिन से घर नहीं जा रहे
7 से 14 अप्रैल के बीच बड़े पैमाने पर फैल सकता है संक्रमण : डब्ल्यूएचओ
डब्लूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार 7 से 14 अप्रैल के बीच करोना संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल सकता है। इसे देखते हुए इंदौर में अभी से सतर्कता बरती जा रही है। इसके पहले भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने एडवाइजरी में स्पष्ट किया है कि 7 से 14 अप्रैल के बीच बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने की आशंका है। यदि हमने सख्ती और क्वारंटाइन सही तरीके से कर लिया तो इंदौर में हम इस संक्रमण को और अधिक फैलने से रोकने में कामयाब होंगे।