उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

कोरोना वायरस को हारने की जंग में देवास जिले के अभिभाषक कर रहे प्रशासन का सहयोग, न्याय दिलाने के साथ जरूरतमंदों के पेट भरने के लिए देवास के अभिभाषक कर रहे भोजन का प्रबंध


देवास-कोरोना वायरस महामारी के कारण देश पर आए संकट में जहाँ एक और डॉ द्वारा मरीजो की सेवा की जा रही है। पुलिस विभाग द्वारा वायरस को रोकने के लिए लॉक डाउन का पालन करवाया जा रहा है अधिकारी वर्ग द्वारा कोरोना वायरस को रोकने के लिए योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है उसी प्रकार न्याय क्षेत्र भी कोरोना वायरस से जीत की जंग में अपना योगदान दे रहा है। देवास जिले के न्यायाधीश से प्रेरणा लेकर देवास के अभिभाषकों द्वारा शहर में प्रतिदिन 1000 भोजन के पैकेट जरूरतमंदों को दिए जा रहे है। मध्य प्रदेश में एक मात्र देवास के अभिभाषक है जो संकट की इस घड़ी में नियमित रूप से जरूरतमंदों की पीड़ा को समझते हुए भोजन वितरण कार्य में लगें हुए है। अभिभाषकों द्वारा बताया गया कि माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री डीके पालीवाल जी के द्वारा अभिभाषकों को प्रेरित करते हुए बताया गया कि 23 अप्रैल को मॉर्निंग वॉक के दौरान कुछ जरूरतमंदों को बिना भोजन के देखा,भोजन ना मिलने के हालात पर इस कार्य के लिए हम अभिभाषको को भोजन वितरण का सुझाव दिया था। माननीय श्री पालीवाल जी ने देवास के अभिभाषकों को ₹40000 का डोनेशन करते हुए इस व्यवस्था को संभालने के लिए प्रेरित किया था।
प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र के नाम दिए गए संदेश में फिर 3 मई तक लाक डाउन बढ़ाने पर माननीय श्री पालीवाल जी द्वारा बुधवार को न्यायालय प्रांगण में कलेक्टर श्रीकांत पांडे व एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी का आभार मानते हुए अधिवक्ताओं को आगामी समय तक फिर से इस व्यवस्था को चलाने के लिए ₹40000 दिए वही माननीय न्यायाधीश पालीवाल द्वारा भोजन के पैकेट बांटते समय नन्हे बच्चों को देखकर उनसे शिक्षा के बारे में भी चर्चा की जिस पर पूजा नाम की नन्ही बच्ची द्वारा न्यायाधीश के सामने अपनी पीड़ा सुनाई गई। इस अवसर पर जिला न्यायालय के न्यायाधीशगण व जिला अधिकारी व अभिभाषक गण मौजूद रहे।