उज्जैनदेवासधर्मं/ज्योतिषभोपालमध्य प्रदेश

लॉकडाउन में दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को पहनाई वरमाला, वरमाला पहनाने से पहले सैनिटाइजर से धूलवाए हाथ, सात फेरों के सातों वचन निभाने की रसम अदायगी……

देवास। पिछले 40 दिनों से निरंतर कोरोना वायरस के चलते हर काम बंद है वही आखातीज के बाद आने वाले शुभ मुहूर्त में कई विवाह समारोह होने वाले थे लेकिन करण संक्रमण बीमारी के चलते सोशल डिस्टेंस वह भीड़-भाड़ ना हो इसके लिए प्रशासन सदैव तत्पर है लेकिन जिन लोगों ने पहले से सारी तैयारियां पूरी कर ली थी उसके बाद शादी समारोह की तारीख आने पर कुछ इस तरह देवास में एक शादी देखने को मिली वैसे शादी का नाम सुनते ही आंखों के सामने बैंड-बाजे और बारात नजर आती है ।वही शादी में मेहमानों का जमावड़ा देखने को मिलता है। दूल्हा-दुल्हन के लिए स्टेज सजाए जाते हैं और गीत संगीत का आयोजन भी किया जाता है। जिसमें बराती और घराती जमकर गीतों की धुन पर नाचते गाते नजर आते हैं। लेकिन इन दिनों कोरोनावायरस से सभी जगह लॉक डाउन है। जिसके चलते एक विवाह समारोह ऐसा देखने को मिला जिसमें बराती और घराती मिलाकर 10 लोग शादी में शामिल थे जिसमे दूल्हा और दुल्हन भी थी।दरअसल राजोदा में मोहित राजपूत का विवाह था। मोहित की दुल्हन दीक्षा राजपूत थी।दूल्हा-दुल्हन की सगाई करीब 3 माह पहले हो चुकी थी। जिसके बाद विवाह की तारीख तय हुई और 4 मई को शुभ विवाह का मुहूर्त निकला। लेकिन इससे पहले 23 मार्च को लॉक डाउन घोषित हो गया। शादी की तैयारियों को लेकर मैरिज गार्डन,हलवाई, बैंड- बाजे घोड़ी सब की बुकिंग हो चुकी थी। अब मुहूर्त निकला है तो विवाह तो करना ही था। जिसके चलते 4 मई को राजोदा में मोहित और दीक्षा के विवाह में ना बैंड बजा, ना बारात आई, ना ही डोल पर नृत्य हुआ और ना ही मेहमान नवाजी हुई। विवाह में सबसे पहले दूल्हा-दुल्हन के साथ सभी लोगों का हाथ सैनिटाइजर से धूलवाए गए जिसके बाद दूल्हा- दुल्हन ने सात फेरे लेकर एक दूसरे को वरमाला पहनाया। दूल्हा दुल्हन के माता-पिता के अलावा कुछ रिश्तेदार विवाह में शामिल थे।